Page 58 - Mann Ki Baat January, 2023
P. 58
भारि में वेटलड की क्षति का पुनरुत्ान
ैं
सरकारी सवरियता और जनभागीदारी का प्रमाण
वे्टलैंड हमयारी पृ्थवी ्े अशसततव मसणपुर ्ी प्रसिद् ‘लो््ट्
ू
्े सलए बहुत महत्वपूण्य हैं, क्ोंस् झील’ और ‘इच्या पसत्य झील’ ्े रूप
अने् पशु-पषिी इन पर सनभ्यर हैं। जैव में लो्सप्र् सिशक्म ्ी खसचओपलरी
े
सवसवधितया ्ो िमृद् ्रने ्े ियाथ-ियाथ झील, इि बयात ्े िबूत हैं स् भयारत
्े षिेत्र बयाढ़ सन्ंत्रण और भूसमगत जल अपनी व्टलैंड ्ो क्या दजया्य देतया है।
े
़
्या पुनभ्यरण भी िसनश्चत ्रते हैं।
ु
भयारती् इसतहयाि में पसवत्र और सवसशष्ट
-प्रधियानमंत्री नरेनद्र मोदी
े
(‘मन ्ी बयात’ ्े िमबोधिन में ) सथयान ्े रूप में मयाने गए व्टलैंड,
जसव् सवसवधितया बनयाए रखने ्े सलए
ै
महत्वपण्य पयाररशसथसत् तंत्र है।
ू
ू
्े अत्नत महत्वपण्य पयाररशसथसत्
तंत्र हैं, जो जलवया्ु शमन और
अन्रूलन, मीठे पयानी ्ी उपल्धितया,
ु
सव्व अथ्यव्वसथयाओं तथया अन् ्ई
षिेत्रों में ्ोगदयान ्रते हैं। हयालयाँस् ् े
ृ
प्थवी ्े िबिे असधि् ि््टग्रसत
ं
“सन्याम् ढयाँचे, नीसत्याँ, और पयाररशसथसत् तंत्र भी हैं और जंगलों ्ी
िर्यारी ्यानून तभी प्रभयावी हो ि्त े तुलनया में तीन गुणया तज़ी िे ग़या्ब हो
े
े
े
हैं, जब देश ् नयागरर् व्टलैंड
े
िंरषिण ् सलए प्रररत और शयासमल रहे हैं। इतने असधि् महत्व ्े बयावजूद
े
े
े
ु
हों। इिसलए, िर्यार व्टलैंड िंरषिण व्टलैंड षित्र ्ई ्यारणों िे दसन्या भर
े
में िसक्र् रूप िे भयाग लेने ् सलए में ्तरे में हैं, सजनमें जल सन्यािी,
े
जनभयागीदयारी ् मयाध्म िे सथयानी् प्रदूषण, अनिस्टेनेबल, आक्रयाम्
े
िमुदया्ों, ्यात्रों, शोधि्तया्यओं और
े
िभी आ्ु वग्य ् लोगों ्ो शयासमल प्रजयासत्याँ, वनों ्ी ््टयाई और समट्ी ्या
्रने और प्रोतियासहत ्रने में षिरण शयासमल हैं।
ू
ू
महत्वपण्य भसम्या सनभयाती है।” इन षिेत्रों ्ी तज़ी िे हो रही षिसत
े
-एि.ए. हिैन ्ो पल्टने ्े सलए व्टलैंड ्े बयार े
ु
े
वैज्यायासन्, भयारती् वन्जीव िंसथयान
में रयाषट्री् और वैश्व् जयागरू्तया
54
54
54

