Page 65 - Mann Ki Baat January, 2023
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जयाती है। सजतनी तेज़ी िे इि तयालयाब में   जयातया  है,  इि्ी  बहुत  आव्््तया
          म्सल्याँ बढ़ती हैं, उतनी तेज़ी िे स्िी   होती है।
          और तयालयाब में नहीं बढ़ती। ्हयाँ ियाल में   म्ली उतिव ्े दौरयान लोग इि  े
          ए् बयार म्ली उतिव होतया है, इििे   आननद  ्े  रूप  में  लेते  हैं  और  झरन  े
          बयागवयानी ्ो िया्दया होतया है और ्हयाँ   ्ो  ियाफ़  ्रते  हैं  तयास्  इि्या  पयानी
          ्या पयानी भी ियाफ़ हो जयातया है,” गुलयाम   उन्े  खेतों  में  जया्र  उन्ी  मदद
          मोहममद घनयाई बतयाते हैं।          ्रे। अलग-अलग जगहों ्े लोग इि
              “हमयारे  ्हयाँ  ्ह  पव्य  ्ई  वषषों  ि  े  त्ोहयार  ्े  बहयाने  आपि  में  बयातचीत
          चलया आ रहया है। इि गयाँव ्े पुरयाने लोगों   ्रते  हैं,  इिसलए  मुझे  लगतया  है  स्

          ने, जो ्कृसष और बयागवयानी बहुत ्रते थे,   इिे बढ़यावया सद्या जयानया चयासहए। ्ह मई
          इि त्ोहयार ्ी शुरुआत इिसलए ्ी;    ्े महीने ्े दौरयान ए् आ्ष्यण बन
          क्ोंस् वे ियाल में ए् बयार इि झरन  े  जयातया है, सजिमें लोग इ्ट्या होते हैं और
          ्ी िफ़याई स््या ्रते थे और गयाँव में   तयालयाब ्ो ियाफ़ ्रते हैं तयास् उन्े
          आज भी लोगों ्ी ्मयाई ्या ज़रर्या   खेतों में पयानी आ ि्े,” रयाव फ़रमयान
          खेती  ही  है।  ्कृसष  ्या  अथ्य  है  िंस्कृसत   अली ्हते हैं।
          ्े ियाथ िमझौतया, इिसलए झरनों ्या
          महत्व है, क्ोंस् जब बीज बो्या जयातया
                                            ््मीर ्े पंजथ त्ोहयार ्े बयार  े
                            ै
          है,  धियान  ्ी  क्यारर्याँ  त्यार  ्ी  जयाती   में असधि् जयानने ्े सलए QR ्ोड
                               ु
          हैं और पयानी ्ी धियार ्या झ्याव स््या   स्ैन ्रें।

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