Page 7 - Mann Ki Baat January, 2023
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          पयाने वयालों में वो लोग हैं, जो िंतूर, बमहम,   महयानुभयावों ् प्रर् जीवन ् सवष् में
          सवितयारया  जिे  हमयारे  पयारमपरर्  वयाद्य्त्रों   सवसतयार िे जयानें और औरों ्ो भी बतयाएँ।
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          ्ी  धिुन  सबखेरने  में  महयारत  रखते  हैं।   ियासथ्ो,  आज  जब  हम  आज़यादी
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          गुलयाम  मोहममद  ज़याज़,  मोआ  िु-पोंग,   ्  अमृत  महोतिव  ्  दौरयान  गणतंत्र
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          सिंहबोर ्र्या-लयांग, मसन-वें््टपपया और   सदवि ्ी चचया्य ्र रहे हैं, तो मैं ्हयाँ ए्
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          मंगल ्याशनत रया् ऐिे स्तने ही नयाम हैं,   सदलचसप स्तयाब ्या भी सज़क्र ्रूँगया।
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          सजन्ी चयारों तरफ़ चचया्य हो रही है।  ्् ह़फते पहले ही मुझे समली इि ब्
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              ियासथ्ो,  पद्म  पुरस्यार  पयाने  वयाल  े  में ए् बहुत ही इ्टरेशस्टग ि्जक्ट पर
          अन् लोग, हमयारे बीच ् वो ियाथी हैं,   चचया्य ्ी गई है। इि ब् ्या नयाम इसड्या
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                                                                      ं
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          सजनहोंने  हमेशया  देश  ्ो  िववोपरर  रखया,   – द मदर ऑफ़ डेमोक्रेिी है और इिमें
          रयाषट्र प्रथम ् सिद्यानत ् सलए अपनया   ्ई बेहतरीन एिेज़ हैं। भयारत दसन्या ्या
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                                                                   ु
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          जीवन िमसप्यत ्र सद्या। वो िेवयाभयाव ि  े  िबिे बड़या लो्तंत्र है और हम भयारती्ों
          अपने ्याम में लगे रहे और इि् सलए   ्ो इि बयात ्या गव्य भी है स् हमयारया देश
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          उनहोंने ्भी स्िी पुरस्यार ्ी आशया   मदर  आफ़  डेमोक्रेिी  भी  है।  लो्तंत्र
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          नहीं ्ी। वो सजन् सलए ्याम ्र रह  े
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          हैं, उन् चेहरे ्या िनतोष ही उन् सलए   भारत
          िबिे बड़या अवॉड्ड है। ऐिे िमसप्यत लोगों
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          ्ो  िममयासनत  ्र्  हम  देशवयासि्ों
          सवजेतयाओं ् नयाम भले ही ्हयाँ नहीं ल  लोकतंत्र
          ्या गौरव बढ़या है। मैं िभी पद्म पुरस्यार
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          पयाऊँ, लस्न आप िे मेरया आग्रह ज़रूर   की जननी
          है स् आप, पद्म पुरस्यार पयाने वयाले इन














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