Page 38 - Mann Ki Baat, October 2022
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                   े
              सैरलाइर सचार : भारत की तकननीकी
                      महत्ताकाांक्षाओां का वाहक




                                           उन्नसत उलिेखनी् वृसद् के पर पर रिी
                                           िै, सजिने अपनी अत्सधक ियागत-प्भयावी
                                           क्षमतयाओं कया प्दश्यन सक्या िै और एिीट
                                           रयाषट्रों के किब में अपनी जगि बनयाई िै।
                                                    ं
                                              प्धयानमत्री  ने  एक  बयार  भयारत  के
                                           अंतररक्ष कया्क्म को सकेि, सपीड और
                                                     ्य
                                           ससकि  के  आदश्य  उदयािरण  के  रूप  में
                                           उद्त सक्या रया। उनके सवज़न के अनुरूप
                                              ृ
                                                                   ्य
                                           ्ि  सपषट  िै  सक  सडसजटि  अरव्वसरया         अनुप््ोगों के मयामिे में दुसन्या के बयाकी   के ियार इि प्क्षेपण के ियाक्षी बनने वयािे
                                                ै
              िुनीि भयारती समत्ि           और वसशवक प्ौद्योसगकी पररदृश् में भयारत      सिसिों के ियार प्सतसपधजी बनयाने के सिए   भयाग्शयािी िैं।
                                                                                       आवश्क िै।
                                                                                                                              मैं  अंतररक्ष  क्षेत्र  को  सनजी  क्षेत्र
         िंसरयापक और अध्क्ष, भयारती एंटरप्याइज़ज़  के  बढ़ते  दबदबे  के  सिए,  उपग्ि  िंचयार   देश की िंचयार मयाँग को पूरया करने   की  भयागीदयारी  के  सिए  खोिने  के  सिए
                                    े
                                           बिुत  मित्वपण्य  िै,  इिसिए  िोगों  को
                                                     ू
                                                     ्य
                                           सडसजटि अरव्वसरया िे जोड़ने के िमग्           के  सिए  उपग्ि  िंचयार  में  भयारत  की   प्धयानमंत्री के दूरदशजी नेतृतव की िरयािनया
            भयारत  में  अंतररक्ष  गसतसवसध्ों  कया   असभ्यान में उपग्ि और अंतररक्ष आवश्क   बढ़ती  क्षमतया  कया  उप्ोग  सक्या  जया   करनया  चयाितया  िूँ।  मैं  ISRO,  NSIL  और
        सवकयाि  1963  में  िुआ,  जब  डॉ.  सवक्म   सतमभ ि। ैं                           िकतया  िै।  LMV3  के  ियार  अपने  िबिे   भयारती् असधकयारर्ों के प्सत भी आभयार
        ियारयाभयाई  के  नेतृतव  में  भयारती्  रयाषट्री्   उपग्ि िंचयार देशभर में गुणवत्यापूण्य   बड़े  व्यावियास्क  िॉनच  के  सिए  भयारती   व्कत करतया िूँ सक उनिोंने इि प्क्षेपण
                                                                                                                              ्य
                                                                                                                          कया्क्म कया सन्ोजन अचछे तयािमेि के
                                                                                       एंटरप्याइज़ज़-िमसर्यत  वनवेब  के  ियार
                                                                                               े
                                                       ु
        अंतररक्ष अनुिंधयान िसमसत (इनकोिपयार)   इंटरनेट  की  ििभतया  बढ़याने  के  सिए
                                                                  ं
        ने  रुमबया  इकवेटोरर्ि  रॉकेट  िॉसनचग   भयारत  की  मित्वपूण्य  मितवयाकयाक्षयाओं  के   इिरो  की  ियाझेदयारी  बिुत  मित्वपूण्य  िै,   ियार सक्या, सजििे इिे ररकॉड्ड िम् में
                                     ं
        सटेशन  (टीईआरएिएि)  िे  पििया      रूप में उभर रिया िै। िरकयार ने अंतररक्ष     जो भयारत के दूरसर और ग्यामीण सिसिों   अंजयाम सद्या जया िकया िै।
                                                                                                                              मुझे सवशवयाि िै सक ्ि NSIL की ढेर
        ियाउिंसडिंग  रॉकेट  िॉनच  सक्या  ग्या  रया।   पयाररससरसतकी तंत्र में सवसभन्न िुधयार ियाने   में  उपग्ि-आधयाररत  इंटरनेट  को  िक्षम   ियारी  व्यावियास्क  ियाझेदयारर्ों  की  बि
                                                                                       करने के सिए एक ऐसतियासिक कदम िै।
        तब िे, भयारत ने अंतररक्ष उद्योग में कई   कया  प््याि  सक्या  िै,  सजििे  130  करोड़
                                                                      ु
        मित्वपूण्य  उपिस्ध्याँ  ियासिि  की  िैं,   िे असधक भयारती्ों को इंटरनेट िसवधया   वन-वेब कॉनसटिेशन प्ोग्याम कया िफि   शुरुआत िै। इन घटनयाक्मों िे अंतररक्ष
                                                                   ु
        सजनमें दूरिंचयार, पृथवी अविोकन, मौिम   उपि्ध  करयाने  कया  समशन  िसनसशचत       शुभयारमभ िमें भयारत में िबिे कसठन पिुँच   और  िंचयार  क्षेत्र  में  नवयाचयार  को  बढ़यावया
        सवज्यायान  और  नैसवगेशन  जैिे  उपग्ि   िुआ िै। िबिे मित्वपूण्य उपिस्ध्ों में   वयािे क्षेत्रों में कनेसकटसवटी प्दयान करने के   समिेगया,  जो  सक  िमूचे  भयारत  के  सिए
                                                                                       करीब ियातया िै, सवशेष रूप िे उन क्षेत्रों
                                                                                                                          अनुप््ोगों, अविरों और आसर्यक सवकयाि
        अनुप््ोगों कया सवकयाि शयासमि िै।   िे एक अंतररक्ष क्षेत्र में सनजी उद्यमों की
                                                                                                                                             ं
            वषषों िे ISRO के सवकयाि और प््यािों   भयागीदयारी  बढ़यानया  िै।  सनजी  कमपसन्ों   में,  जो  सरिी्  नेटवक्फ  कनेसकटसवटी   के िंदभ्य में ियाभों को रेखयासकत करेगया।
                                                                                         ु
                           ्य
        ने भयारती् अंतररक्ष कया्क्म को भयारत   ने  अंतररक्ष-आधयाररत  अनुप््ोगों  और    िसनसशचत करने के रोड्िॉकि िे बयासधत     भयारती्   अंतररक्ष   क्षेत्र   के
        के रयाषट्री् सवकयाि िक््ों में रखया िै। मयाच्य,   िेवयाओं  के  सवकयाि  के  सिए  नवयाचयार  के   िैं।   भयारती गिोबि में िम िभी के सिए   व्विया्ीकरण और सनजीकरण के ियार,
                                                                                                                          भयारत ने वयासतव में अंतररक्ष पयाररससरसतकी
        2019 में न्सपेि इंसड्या सिसमटेड (NSIL)   एक  नए  ्ुग  की  शुरुआत  की  िै।  ्ि
                 ू
                                                                                                                                                  ्य
        की सरयापनया के ियार, भयारत ने ISRO की   किनया असतश्ोसकत निीं िोगी सक सनजी      ितीश  धवन  अंतररक्ष  केंद्र  SDSC-SHAR,   तंत्र  के  सवकयाि,  भयारती्  अरव्वसरया
        अनुिंधयान  तरया  सवकयाि  गसतसवसध्ों   क्षेत्र, सवशेष रूप िे सटयाट्ड-अपि के सिए   श्रीिररकोटया िे वनवेब के 36 उपग्िों कया   के िमयावेशी सवकयाि और िमूचे रयाषट्र में
        कया  व्याविया्ीकरण  करने  कया  उपक्म   अंतररक्ष  क्षेत्र  को  खोिनया  िमयारे  सतर,   प्क्षेपण बेिद गव्य की बयात िै। िम ISRO   भयारती्ों के जीवन के पररवत्यन के द्यार
                                                                                       और NSIL में अपने मूल्वयान भयागीदयारों
                                                                                                                          खोि सदए िैं।
        सक्या। तब िे अंतररक्ष उद्योग में भयारत की   गुणवत्या,  आकयार  और  नवयाचयार  और
                                                                                                                       35
                                       34                                                                              35
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