Page 40 - Mann Ki Baat, October 2022
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जवयान,  ज्  सकियान,  ज्  सवज्यायान,  ज्   खोि सद्या। दसन्याभर में ियाखों िोगों की
                                                                                                                                    ु
                                               रय अनुसंधान                             अनिंधयान’ कया प्रणयादया्ी आह्यान सक्या।  जयान बचयाने वयािे सवदेशी कोसवड-19 टीकों

                                                                                                    े
                                                                                          ु
                                                                                                                 ु
                                                                                           आज देश के िर क्षत्र में अनिंधयान   िे िेकर ककृसष के क्षत्र में ड्ोन प्ौद्योसगकी
                                                                                                          े
                                                                                                                                         े
                                        निाचार से प्रगवत को गवत
                                                                                                                                                 ु
                                                                                       और  नवयाचयार  देखया  जया  िकतया  िै।  कुछ   के उप्ोग तक, भयारत पूरी दसन्या को
                                                                                       अग्णी  उदयािरण  िैं–  भीम-्ूपीआई,   अनिंधयान के बि पर सवकयाि कया रयासतया
                                                                                                                             ु
                                                                                       सजनकया देश के कुि सडसजटि िेनदेन में   सदखया रिया िै।
                                                 ु
                                                                                                                                               ु
            सटटूडेंट पयावर, भयारत को पयावरफ़ुि   अनिंधयान  और  नवयाचयार  िमेशया         40 प्सतशत िे असधक कया सिसिया िै; मयाि्य   देश  के  तकनीकी,  अनिंधयान  और
                                                                                                             ु
        बनयाने  कया  आधयार  िै।  आसखर,  आज   िे भयारत की िंसककृसत कया असभन्न अंग       ऑसब्यटर समशन जो सक पूरी दसन्या में अब   सवकयाि  िंसरयान,  नवयाचयार  कया  केंद्र  बन
        जो  ्ुवया  िैं,  विी  तो  भयारत  को  2047   रिे िैं। भयारत में प्याचीन कयाि िे कणयाद,   तक  कया  िबिे  सक़फया्ती  अंतरग्िी्   गए िैं। आईआईटी, आईआईएिईआर,
        तक  िेकर  जयाएँगे।  िमयारे  आज  के   िश्रत, चरक, आ््यभट् जिे कई सवद्यान        (इंटरपिनेटरी) समशन िै;  NAVIC सजिकी   एनआईटी  आसद  िंसरयानों  के  छयात्र
                                                              ै
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        ्ुवया,  सजि  तरि  देश  के  सिए  कयाम   िुए  िैं,  सजनिोंने  सवज्यायान  और  प्ौद्योसगकी   बदौित भयारत उन पयाँच देशों में िे एक   और प्ोफेिर देश को नवयाचयार के मयाग्य
        कर रिे िैं, नेशन सबसलडिंग में जुट गए   के क्षत्र में असवसमरणी् ्ोगदयान सद्या   बन  ग्या,  सजनके  पयाि  अपनया  जीपीएि   पर  िे  जयाने  कया  उत्रदयास्तव  सनभयात  े
                                               े
        िैं, वो देखकर मैं बिुत भरोिे िे भरया    िै।  ऋगवद,  िसितयाएँ  और  अरव्यवेद
                                                  े
                                                       ं
        िुआ िूँ।                                                                       सिसटम िै; ्या सफर िमुद्र में पयानी के नीच  े  िुए  िमयाज  में  ऐिे  पररवत्यन  िया  रिे  िैं,
                                            ै
                                           जिे  प्याचीन  भयारती्  ग्ंरों  कया  खगोि    गसतसवसध्ों को अंजयाम देने वयािी आिया   सजनकी बिुत िम् िे प्तीक्षया री। ियाि
                    -प्धयानमंत्री नरेनद्र मोदी
                                                                                                                                          े
                                                                                                                                     ं
                                                                      े
             (‘मन की बयात’ के िमबोधन में )  सवज्यायान, सचसकतिया, गसणत आसद के क्षत्र में   दजगे  की  प्ौद्योसगकी  और  वयािनों  वयािया   िी  में  प्धयानमत्री  नरनद्र  मोदी  ने  अपन  े
                                           सक्या ग्या ्ोगदयान अनमोि िै। आज             िमयारया  मित्वयाकयांक्षी  मियाियागर  समशन   ‘मन की बयात’ कया््यक्म में ऐिी िी एक
                                                                                                                                                  े
                                           भयारत  सवशव  की  िबिे  तज़ी  िे  बढ़ती       ‘िमुद्र्यान’,  सजिने  भयारत  के  सिए   पिि ‘आईइनवेसनटव’ कया उलिख सक्या
                                                               े
                                           अर्यव्वसरयाओं  में  िे  एक  िै,  सजिमें     अमरीकया, रूि, जयापयान, फ्यांि और चीन   रया, जो 23 भयारती् प्ौद्योसगकी िंसरयानों
                                                                                         ै
                                           िमयारी  अनिंधयान  और  नवयाचयार  की          जिे देशों के चुनींदया किब में प्वेश कया द्यार   (आईआईटी)  द्यारया  समिकर  आ्ोसजत
                                                    ु
                                                              ू
                                                          ू
                                           िंसककृसत की मित्वपण्य भसमकया िै।
                                              भयारत  के  76वें  सवतंत्रतया  सदवि,  15
                                           अगसत, 2022 को ियाि सकिे की प्याचीर
                                           िे अपने िमबोधन में प्धयानमत्री नरेनद्र
                                                                  ं
             “IInvenTiv  2022  अपनी  तरि
                                                    ू
                                                            ं
         कया  एक  अनूठया  आ्ोजन  रया।  मैं   मोदी  ने  पव्य  प्धयानमत्री  ियाि  बियादुर
                    े
               ं
         प्धयानमत्री नरनद्र मोदी कया आभयारी   शयासत्री द्यारया सदए गए नयारे ‘ज् जवयान,
          ू
         िँ सक उनिोंने अपने ‘मन की बयात’   ज् सकियान’ और पव्य प्धयानमत्री अटि
                                                          ू
                                                                  ं
         कया््यक्म  में  िमयारे  5G  टेसटबेड,   सबियारी वयाजप्ी द्यारया इिमें जोड़े गए नए
                                                     े
         जो सक IIT कयानपुर ने IIT मद्रयाि के   श्द  ‘ज्  सवज्यायान’  कया  उलिख  सक्या।
                                                                 े
                                  े
         िि्ोग  िे  बनया्या  िै,  कया  उलिख
                                                                    ु
         सक्या।  ्ि  प्ोतियािन  िमयारे  सिए   नए  भयारत  के  सनमया्यण  में  अनिंधयान
         बिुत उतियािजनक िै।”               और  नवयाचयार  के  मित्व  पर  ज़ोर  देत  े
                                                    ं
                     -प्ो. अभ् करंदीकर     िुए  प्धयानमत्री  मोदी  ने  इिमें  एक
                     सनदेशक, IIT कयानपुर   और  मित्वपण्य  कड़ी  जोड़ते  िुए  ‘ज्
                                                     ू
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