Page 49 - Mann Ki Baat, October 2022
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 (प्या्यवरण  के  सिए  जीवनशिी)  की
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 शुरुआत  की।  इिकया  मंत्र  िै  ‘सवचयारिीन   “प्धयानमत्री  ने  अपने  ‘मन  की
 और  सवनयाशकयारी  उपभोग  के  बजया्   बयात’  कया््यक्म  में  बया्ो-सविेज  की
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 िसवचयाररत और ियावधयानीपव्यक उप्ोग’।  गसतसवसध्ों  और  इिकी  उपिस्ध्ों
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 समशन LiFE कया मयाननया िै सक छोटी-  पर  ज़ोर  सद्या।  ्ि  िमयारी  टीम  को
 छोटी कोसशशों कया भी बड़या अिर िो िकतया   इिके ठोि और ितत सवकयाि की ओर
 िै। इिकया एक उदयािरण उजयािया ्ोजनया   कयाम  करने  के  सिए  और  प्ोतियासित
 िै, सजिने नयागररकों को एिईडी बलब कया   और प्ररत करेगया।”
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 उप्ोग बढ़याने के सिए प्ोतियासित सक्या।   -अंजन िेनगुपतया
 इििे  देशभर  में  160  करोड़  िे  असधक   वररषठ वैज्यायासनक असधकयारी, जैव
 एिईडी बलबों कया इसतेमयाि सक्या ग्या   प्ौद्योसगकी सवभयाग, सत्रपुरया िरकयार  जब 2022-23 िे 2027-28 में 1 सबसि्न भयारती्ों द्यारया ियामयान् रूप िे व्यापयार पररदृश् के मुकयाबिे
 और आज भयारत इि छोटे िे पररवत्यन के   अनुमयान िगया्या जयातया िै, तो LiFE सक््याओं कया प्भयाव मित्वपण्य िो िकतया िै, जिया सक इन उदयािरणों के
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 पररणयामसवरूप  उतिज्यन  में  ियाियानया  40   सखिया़फ  िड़याई  को  िोकतयासत्रक  बनयानया   ियार सदखया्या ग्या िै।
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 समसि्न टन की कटौती कर रिया िै।  िै,  सजिमें  िर  कोई  अपनी  क्षमतया  के   बने  बया्ोसडग्ेडेबि  बत्यनों  कया  उप्ोग   पररवत्यन  को  िमबोसधत  करने  के  सिए
 ‘प्ककृसत:  रक्षसत  रसक्षतया’  अरया्यत्  जो   अनुियार ्ोगदयान दे िके। इिकया उद्ेश्   करनया  िो,  जूट  के  रिों  कया  इसतेमयाि   ियामूसिक कयार्यवयाई और व्सकतगत नेतृतव
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 प्ककृसत की रक्षया करते िैं, प्ककृसत भी उनकी   िोगों को अपने दैसनक जीवन में िरितया   िो, ्या घरों में ठिंडया करने के सिए ‘खि’   वयािे  कया्क्मों  की  शसकत  कया  उप्ोग
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 रक्षया  करती  िै।  समशन  LiFE  कया  उद्श्   के सिए प्ररत करनया भी िै, सजिे दुसन्या   ्ियाइंड िगयानया िो। इि तरि की आदतें,   करने में िफितया कया प्दश्यन सक्या िै।
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 व्सकत्ों  और  िमुदया्ों  को  एक  ऐिी   भर में अपनयाने िे जिवया्ु पररवत्यन में   अगर आज के िम् में अपनयाई जयाएँ, तो   सवचछ  ियागर  िुरसक्षत  ियागर,  सवचछ
 जीवनशैिी अपनयाने के सिए प्ररत करनया   मित्वपूण्य ्ोगदयान सद्या जया िकतया िै।  िमें बिुत फया्दया िो िकतया िै। कनया्यटक   भयारत असभ्यान, कैच द रेन असभ्यान और
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 िै,  जो  प्ककृसत  के  ियार  िमकयासिक  िो   प्या्यवरण  के  प्सत  कुछ  जयागरूक   के  िुरेश  कुमयार  कया  उदयािरण  िें,  जो   उज्विया ्ोजनया जैिे व्वियार पररवत्यन
 और उिे नुकियान न पिुँचयाए। समशन LiFE   सवकलप  चुनकर  बिुत  कुछ  सक्या  जया   सपछिे 20 वषषों िे ििकयारनगर के जंगि   कया्क्मों को बड़े पैमयाने पर ियागू करने
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 के पीछे कया सवचयार जिवया्ु पररवत्यन के   िकतया  िै।  उदयािरण  के  सिए,  जियाँ  भी   को सफर िे जीवंत करने में िगे िुए िैं;   कया भयारत के पयाि कयाफी अनुभव िै।
 िमभव िो, सि़फट के बजया् िीसढ़्ों कया   ्या अनयाइकट्ी, को्मबटटूर में आसदवयािी   भयारत कया ्ि अनुभव दसन्या के सिए
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 इसतेमयाि करनया, उप्ोग में न िोने पर   मसिियाएँ, जो टेरयाकोटया चया् के कप बनया   मित्वपण्य िोगया, क्ोंसक वि अपने जिवया्  ु
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 पिग पॉइंट िे उपकरणों को बंद करनया,   रिी िैं; ्या सत्रपुरया के ग्यामीण, सजनिोंने अपने   िंकलपों  पर  कयारवयाई  भी  करतया  िै  और
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 अपनी  पयानी  की  बोति  ियार  रखनया,   गयाँवों को ‘जैव गयाँवों’ में बदि सद्या िै और   िंधयारणी् तरया भसवष् की आवश्कतयाओं
 सरयानी्  रूप  िे  उपि्ध  तरया  मौिमी   गैर-नवीकरणी्  िंियाधनों  पर  अपनी   के  अनुरूप  ऊजया्य  में  बदियाव  करतया  िै।
 खयाद्य  पदयारषों  को  प्यारसमकतया  देनया  और   सनभ्यरतया को कम कर सद्या िै– प्धयानमंत्री   जिवया्ु  पररवत्यन  एक  ऐिया  िंकट  िै,
 सप्ंटर  सड़फॉलट  को  डबि-ियाइड  सप्ंसटिंग   द्यारया अपने ियासि्या ‘मन की बयात’ में ियाझया   सजिके सवनयाशकयारी पररणयामों िे सवशव कया
 पर िेट करनया। समशन LiFE दसतयावेज़ में   की गई ्े िभी कियासन्याँ िमें प्या्यवरण   कोई  भी  कोनया  अछतया  निीं  िै।  जिवया्  ु
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 75 ऐिे तरीकों की िूची दी गई िै, सजनिे   की रक्षया के सिए अपने तरीके िे ्ोगदयान   पररवत्यन  िे  िोने  वयािी  क्षसत  बढ़  रिी  िै,
 िम प्या्यवरण िंरक्षण में अपनया ्ोगदयान   करने के सिए प्ेररत कर िकती िैं।  इिसिए अब िम् आ ग्या िै सक िम
 दे ‘प्ो-पिैनेट पीपुि’ बन िकते िैं।  जिवया्ु   पररवत्यन   असभ्यान,   प्गसत के अर को सफर िे पररभयासषत करें
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 भयारत  के  सिए  ्ि  कोई  नई  बयात   समशन LiFE के मयाध्म िे िमयारे मौजूदया   तरया एक ियार आएँ और अपने घर, पृथवी
 निीं िै। िसद्ों िे भयारती् िभ्तयाओं ने   ियामयासजक मयानदंडों के अनुरूप नवोनमेषी,   ग्ि को बचयाएँ।
 िंधयारणी्  जीवनशैिी  को  अपनया्या  िै।   व्सकतगत-केंसद्रत  तंत्र  सवकसित  करके
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 िमयारी िंसकसत में प्या्यवरण सितैषी आदतों   और  प्ौद्योसगकी  कया  ियाभ  उठयाकर,   प्या्यवरण िंरक्षण के सिए सकए जया
 और  िकु्फिर  इकोनॉमी  को  शयासमि   वैसशवक  गसत  प्यापत  कर  िकतया  िै।  ्ि   रिे  प््यािों  के  बयारे  में  जयानने  के
 सक्या ग्या िै, चयािे वि पसत््ों / समट्ी िे   पििी बयार निीं िै, जब भयारत ने जिवया्ु   सिए QR कोड सकैन करें

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