Page 33 - Mann Ki Baat December 2022
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से इनकार कर छ्या। राजा ने इसे भगवान अनय मत्रालयों और उत्तर प््ेश सरकार
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छशव की इचिा समझ कर छशवछलंग को के सहयोग से छशक्ा मत्रालय द्ारा
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वहीं सथाछित कर छ्या। तब से यह सथान आयोछजत यह प्यास ज्ाान की आधछनक
छशव काशी के नाम से प्छसद् हुआ। एक प्णाछलयों के साथ भारतीय ज्ाान प्णाली की
और ऐछतहाछसक शहर तेनकासी भी समि्ा को एकीकृत करने िर जोर ्ेने की
काशी-छव्वनाथ मशन्र के छलए प्छसद् है। राषट्रीय छशक्ा नीछत 2020 के अनुरूि है।
भकतगण यहाँ भगवान छशव की िूजा को भारत में ‘अमृत काल’ की शुरुआत
वाराणसी के भगवान काशी छव्वनाथ की के ्ौरान इस प्कार का आयोजन भारत
िूजा के बराबर मानते हैं। की सांसकृछतक शशकत और मजबूती का
एक राषट्र के रूि में; छजसने ह़जारों िररचायक है। इसमें भारत के गौरवशाली
वरवों से अिनी सांसकृछतक छवछवधता को भछवषय के छलए भी अनेक अवसर छनछहत
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अिनाया है, उसके छलए यह ‘संगमम्’ हैं। जैसा छक प्धानमत्री ने भी उद्ृत छकया
छवछवधता में एकता, भारा की बाधाओं को है, ‘अमृत काल’ में, िूरे ्ेश की एकता स े
तोड़कर, हमारी साझा छवरासत की समझ हमारे संकलि िूरे होंगे,’ इसी ्शषटकोण
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ि्ा करने और ्ोनों क्ेत्रों के लोगों के के साथ आगे चलकर ऐसे अनेक
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बीच समबनधों को गहरा करने का एक संगमम् का आयोजन छकया जाएगा। 130
उ्ाहरण है। करोड़ भारतीयों की अब यह छजममे्ारी ह ै
प्धानमत्री ने 19 नवमबर, 2022 को छक वे अिने ्ेश की सांसकृछतक छवरासत
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इस संगमम् का उदघाटन छकया था और को संरछक्त करें और उन समबनधों को
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इसका आयोजन शान्ार तरीके स े बढ़ावा ्, जो वासतव में ‘एक भारत श्ेष्ठ
छकया गया था। चार सपताह तक चले इस भारत’ की भावना को प््छश्षत करते हैं।
काय्षक्म में 2,500 से अछधक प्छतछनछध हमारे प्धानमत्री के शब्ों में,
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काशी का अनुभव लेने के छलए तछमलनाडु “इस प्कार के संगमम् के लाभों को
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से छवशर ट्रेनों से वाराणसी आए थे। इसमें अनुसनधान के माधयम से आगे बढ़ाने की
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गंगा स्ान, गंगा क्ज और गंगा आरती आव्यकता है और यह बीज एक छवशाल
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का आयोजन छकया गया था और काशी वक् बनना चाछहए।” इसी ्ृढ़ संकलि के
के साथ तछमलनाडु की ऐछतहाछसक साथ हम ‘अमृत काल’ में प्वेश करत े
तथा शा्वत छनकटता िर प्काश डाला हैं और अिने सिनों के ‘नए भारत’ के
गया। सांसकृछतक समबनधों को बढ़ावा छनमा्षण की ओर बढ़ते हैं!
्ेने के छलए वाराणसी में बनारस छहन् ू
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छव्वछवद्ालय के म्ान में तछमल छवरासत, काशी-तछमल संगमम् के बारे में
वयजन और संगीत का प््श्षन छकया गया। डॉ. एल. मुरुगन के छवचार जानन े
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के छलए QR कोड सकैन करें।
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