Page 10 - Mann Ki Baat, October 2022
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सवदेशी टेक्ोिॉजी सवकसित की, बसलक आज की बयात िोती िै, तो इिको छयात्रिंघ चुनयावों ि े 75 िे असधक बितरीन प्ोजेकटि को प्दसश्यत में अग्णी भसमकया सनभयाई िै। सनसशचत रूप ि े
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इिकी मदद िे एक ियार दज्यनों िेटियाइट जोड़कर उिकया दया्रया िीसमत कर सद्या जयातया सक्या। िेलरके्र, एग्ीकलचर रोबोसटकि, ्ि एक शयानदयार शुरुआत िै I मुझे आशया ि ै
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अंतररक्ष में भेज रिया िै I इि िॉसनचग के ियार िै, िसकन सटडेंट पयावर कया दया्रया बिुत बड़या िेमीकंडकटि्य, 5जी कम्ूसनकेश ऐिी ढेर सक आने वयािे िम् में इि तरि के कई और
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भयारत गिोबि कमसश्य्ि मयाकट में एक िै, बिुत सवशयाि िै। सटडेंट पयावर, भयारत को ियारी रीमि पर ्े प्ोजेकट बनयाए गए रे I विे प््याि देखने को समिगे। मुझे ्ि भी उममीद
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मजबूत पिे्र बनकर उभरया िै, इििे अंतररक्ष पयावरफुि बनयाने कया आधयार िै। आसखर आज तो ्े ियारे िी प्ोजेकट एक िे बढ़कर एक रे, िै सक IITs िे प्रणया िेकर दिरे इंससटट ्ूशन
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के क्षत्र में भयारत के सिए अविरों के नए द्यार जो ्ुवया ि, विी तो भयारत को 2047 तक िेकर िसकन मैं कुछ प्ोजेकटि के बयारे में आपकया भी अनिंधयान एवं सवकयाि िे जुड़ी अपनी
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भी खिे ि। ैं जयाएँगे। जब भयारत शतया्दी मनयाएगया, ्ुवयाओं की ध्यान आकसष्यत करनया चयाितया िँ। जिे, IIT एसकटसवटीज़ में तेजी ियाएँगे।
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ियासर्ो, सवकसित भयारत कया िंकलप ्े शसकत, उनकी मिनत, उनकया पिीनया, उनकी भुवनेशवर की एक टीम ने नवजयात सशशुओं के
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िेकर चि रिया िमयारया देश, िबके प््याि िे िी प्सतभया, भयारत को उि ऊचयाई पर िेकर जयाएगी, सिए पोटबि वेंटीिेटर सवकसित सक्या िै। ्ि मेरे प्यारे देशवयासि्ो, प्या्यवरण के
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अपने िक््ों को प्यापत कर िकतया िै I भयारत सजिकया िंकलप देश आज िे रिया िै। िमयार े बैटरी िे चितया िै और इिकया उप्ोग दूरदरयाज प्सत िंवेदनशीितया, िमयारे िमयाज के कण–कण
में पििे सपेि िेकटर, िरकयारी व्वसरयाओं आज के ्ुवया, सजि तरि देश के सिए कयाम कर के क्षेत्रों में आियानी िे सक्या जया िकतया िै। ् े में िमयासित िै और इिे िम अपने चयारों ओर
के दया्रे में िी सिमटया िुआ रया I जब ्े सपेि रिे ि, नेशन सबसलडिंग में जुट गए ि, वो देखकर उन बच्ों कया जीवन बचयाने में बिुत मददगयार मििि कर िकते ि। देश में ऐिे िोगों की
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िेकटर भयारत के ्ुवयाओं के सिए, भयारत के मैं बिुत भरोिे िे भरया िुआ िँ। सजि तरि ियासबत िो िकतया िै, सजनकया जनम त् िम् ि े कमी निीं, जो प्या्यवरण की रक्षया के सिए अपनया
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प्याइवेट िेकटर के सिए खोि सद्या ग्या, तब िमयारे ्ुवया िैकॉरॉनि में प्या्िम िोलव करत े पििे िो जयातया िै। इिसकट्रक मोसबसिटी िो, ड्ोन जीवन खपया देते ि। ैं
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िे इिमें क्यांसतकयारी पररवत्यन आने िगे ि। ि, रयात-रयात भर जयागकर घंटों कयाम करते ि, वो टेक्ोिॉजी िो, 5जी िो, िमयारे बिुत ियारे छयात्र, कनया्यटकया के बेंगिुरु में रिने वयािे िुरेश
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भयारती् इंडसट्री और सटयाट्डअपि इि क्षत्र में बिुत िी प्रणया देने वयािया िै। बीते वषषों में िुई एक इनिे जुड़ी नई टेक्ोिॉजी सवकसित करने में कुमयार जी िे भी िम बिुत कुछ िीख िकते ि, ैं
नए-नए इनोवेशन और नई-नई टेक्ोिॉजीज़ िैकॉरॉनि में देश के ियाखों ्ुवयाओं ने समिकर, जुटे ि। कई ियारी IITs समिकर एक बिुभयाषक उनमें प्कसत और प्या्यवरण की रक्षया के सिए
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ियाने में जुटे ि, सवशेषकर, IN-SPACe के िि्ोग बिुत ियारे चिज को सनपटया्या िै, देश को नए प्ोजेकट पर भी कयाम कर रिी ि, जो सरयानी् गज़ब कया जुनून िै। 20 ियाि पििे उनिोंने शिर
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िे इि क्षत्र में बड़या बदियाव िोने जया रिया िै I िोिुशन सदए ि। ैं भयाषयाओं को िीखने के तरीक़े को आियान के ििकयारनगर के एक जंगि को सफर िे िरया-
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IN-SPACe के ़जररए गैरिरकयारी ियासर्ो, आपको ्याद िोगया, मैंने ियाि बनयातया िै। ्े प्ोजेकट नई रयाषट्री् सशक्षया नीसत को भरया करने कया बीड़या उठया्या रया I ्े कयाम मसशकिों
कमपसन्ों को भी अपने पिोड और िेटियाइट सकिे िे ‘ज् अनिंधयान’ कया आह्यान सक्या रया। उन िक््ों की प्यासपत में भी बिुत मदद करेगया। िे भरया रया, िसकन 20 ियाि पििे िगयाए गए वो
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िॉनच करने की िसवधया समि रिी िै। मैं असधक मैंने इि दशक को भयारत कया टेकएड बनयाने की आपको ्े जयानकर भी अचछया िगेगया सक पौधे आज 40-40 फीट ऊचे सवशयािकया् पेड़ बन
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िे असधक सटयाट्डअपि और इनोवेटर िे आग्ि बयात भी किी री। मुझे ्े देखकर बिुत अचछया आईआईटी मद्रयाि और आईआईटी कयानपुर न े चुके ि I अब इनकी िंदरतया िर सकिी कया मन
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करूगया सक वे सपेि िेकटर में भयारत में बन रि े िगया, इिकी कमयान िमयारी IITs के सटडेंटि न े भयारत के सवदेशी 5जी टेसट बैड को त्यार करन े मोि िेती िै। इििे वियाँ रिने वयािे िोगों को भी
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इन बड़े अविरों कया पूरया ियाभ उठयाएँ। भी िमभयाि िी िै I इिी मिीने 14-15 अकटबर
को िभी 23 IITs अपने इनोवेशन और ररिच्य जय अनुसंधान
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मेरे प्यारे देशवयासि्ो, जब सटडेंट ि प्ोजेकट को प्दसश्यत करने के सिए पििी बयार
की बयात आए, ्ुवया शसकत की बयात आए, नेतृतव एक मंच पर आए। इि मिे में देशभर ि े
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शसकत की बयात आए, तो िमयारे मन में सघिी- चुनकर आए सटडेंटि और सरिच्यि्य उनिोंन े भारत के इस दशक को प्रौद्ो-दशक बनाना है
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सपटी, पुरयानी बिुत ियारी धयारणयाएँ घर कर गई
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ि I कई बयार िम देखते ि सक जब सटडेंट पयावर
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36 सैटेलाइट लॉन्च कर
इसरो के सबसे भारी
रॉकेट LVM3 ने की
व्ावसाि्क शुरुआत
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