Page 18 - Mann Ki Baat, October 2022
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सौर ऊराजा रिांति                         सट्रसि्न सकिोवयाॅट ऊजया्य उपि्ध िोती
                                                                                       िै, सजिमें असधकयांश भयाग 4-7 सकिोवयाॅट
                                                                                       प्सत वग्य मीटर प्सतसदन प्यापत करते िैं।
                  भारत कर रहा एक स्वच्छ भविष्य का नेतृत्व
                                                                                       इि ऊजया्य कया प्भयावी ढिंग िे दोिन करन  े
                                                                                       िे इििे सवतररत आधयार पर भयारी मयात्रया
                                                                                       िे  सबजिी  उतपन्न  की  जया  िकती  िै।
                                                                                                       ृ
                                                ु
            िौर ऊजया्य आज एक ऐिया सवष्        दसन्या  भर  में  बढ़ती  आबयादी  के        ऊजया्य  िुरक्षया  की  दसषट  िे,  िौर  ऊजया्य
                                                                                       िभी स्ोतों में िबिे िुरसक्षत िै और ्ि
                                                                       े
        िै,  सजिमें  पूरी  दुसन्या  अपनया  भसवष्   ियार, सवशव की अर्यव्वसरयाओं के तज़ी   प्चुर मयात्रया में उपि्ध िै। िम् पर इि
                                                         ृ
                                    ू
        देख रिी िै और भयारत के सिए तो ि््य   िे सवकयाि और वसद् को बढ़यावया देने के      ऊजया्य स्ोत कया ियाभ उठयाने के सिए की
        देव िसद्ों िे उपयािनया िी निीं, जीवन   सिए  ऊजया्य  की  भयारी  मयाँग  बढ़  रिी  िै।   गई कयार्यवयाई के पररणयामसवरूप भयारत में
                                                   ै
                                                      ै
                                            े
        पद्सत के भी केंद्र में रि रिे िैं। भयारत   िसकन, जिे-जिे ऊजया्य की आवश्कतया    िौर ऊजया्य क्षत्र सपछिे कुछ वषषों में िबि  े
                                                                                                 े
                                                             ं
        आज  अपने  पयारमपररक  अनुभवों  को   बढ़ी, िमपूण्य प्याककृसतक िियाधनों पर भयारी   तज़ी िे बढ़ते नवीकरणी् ऊजया्य स्ोत के
                                                                                         े
        आधुसनक सवज्यायान िे जोड़ रिया िै, तभी   सनभ्यरतया  िसटेनेबि  निीं  रिी।  इिके   रूप में उभरया िै।
                                                                 ं
        आज िम िौर ऊजया्य िे सबजिी बनयाने   ियार  िी,  गैर-नवीकरणी्  िियाधनों  के           भयारत  िरकयार  पूरे  देश  में  एक
                                                                   ु
        वयािे िबिे बड़े देशों में शयासमि िो गए   व्यापक  उप्ोग  के  कयारण  दसन्याभर     जीवंत  िौर  ऊजया्य  कया््यक्म  चिया  रिी
                                                       े
                                                             ृ
        िैं।                               के प्दूषण में त़जी िे वसद् िुई, सजिि  े     िै। अब देश कया पििया 24×7 िौर ऊजया्य   उनके नेतृतव में, भयारत िरकयार ने ऊजया्य
                                           जिवया्ु िंकट की ससरसत पैदया िो गई।
                    -प्धयानमंत्री नरेनद्र मोदी   दसन्या की िगयातयार बढ़ती ऊजया्य ज़रूरतों   िंचयासित  गयाँव  गुजरयात  कया  मोढेरया  िै,   उतपयादन को बढ़याने के सिए कई पिि की
                                            ु
                                                                                                                    ं
                                                                                                                             ै
             (‘मन की बयात’ के िमबोधन में )                                             जियाँ ग्याउिंड मयाउिंटेड िोिर पयावर पियाट   िैं जिे रयाषट्री् िौर समशन (एनएिएम),
                                           को पूरया करने के सिए िररत और सवचछ           और  1,300  िे  असधक  रू़फटॉप  िोिर   िौर  पयाक्फ  कया््यक्म,  ऑफ-सग्ड  एव  ं
                                           ऊजया्य  िियाधनों  कया  उप्ोग  िम्  की       सिसटम आवयािी् और िरकयारी भवनों     सडिेंट्रियाइज़ड िोिर रम्यि एसपिकेशन
                                                 ं
                                           मयाँग िै और, ्ि असनवया््य िो ग्या िै सक     में इनसटॉि सकए गए िैं।             सकीम  और  सग्ड  कनेकटेड  िोिर
                                           असधकयांश नई ऊजया्य मयाँग को कम कयाब्यन          प्धयानमत्री नरनद्र मोदी ने िौर ऊजया्य   रूफ़टॉप प्ोग्याम। केंद्री् बजट 2022-23
                                                                                                      े
                                                                                                 ं
                                           पैदया करने वयािे और नवीकरणी् स्ोतों         को  ‘श्ोर,  प्ोर  तरया  सिक्ोर’  ्यानी   में ‘मेक इन इसड्या’ को बढ़यावया देते िुए
                                                                                                                                     ं
                                           िे पूरया सक्या जयाए।                        सनसशचत,  शद्  और  िुरसक्षत  बतया्या  िै।   िरकयार  ने  पीएिआई  ्ोजनया  के  सिए
                                                                                                ु
                                              वेदों  िे  िेकर  ्ोग  तक,  भयारती्
         “भयारत  ने  2070  तक  शून्  कयाब्यन   िंसककृसत ने िमेशया इि ग्ि के जीवन-दयातया
         उतिज्यन प्यापत करने के सिए 2022   और िमयारी आंतररक ऊजया्य के स्ोत के
         तक 100GW और 2030 तक 280GW         रूप में ि््य की पूजया की िै। औद्योसगक
                                                  ू
         के  िौर  पीवी  ि्ंत्र  सरयासपत  करन  े  क्यांसत ने िोगों को ऊजया्य स्ोत के रूप में
                      ं
         के  सिए  कदम  उठयाए  िैं।  2010  में   ि््य  के  प्कयाश  के  उप्ोग  िे  पररसचत
                                            ू
         16वें  सरयान  िे  छियाँग  िगया  कर,   करया्या,  सजििे  आधसनक  सवज्यायान  की
                                                            ु
         भयारत  2021  में  वसशवक  िौर  ऊजया्य   शसकत  के  मयाध्म  िे  िमयारी  बयािरी
                       ै
         पररसन्ोजन में 5वें सरयान पर रया।”  ऊजया्य  आवश्कतयाओं  के  िमयाधयान  कया
                  -रसबनद्र  कुमयार  ितपसत  मयाग्य प्शसत िुआ। चूसक भयारत पृथवी के
                                                           ँ
           सनदेशक मंडि, अंतररयाषट्री् िौर   भूमध्रेखी् ि््य क्षत्र में ससरत िै, भयारत
                                                          े
                                                       ू
                         ऊजया्य िोिया्टी   के भसम क्षत्र में प्सत वष्य िगभग 5,000
                                                   े
                                               ू
                                        14 14                                                                          15 15
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