Page 20 - Mann Ki Baat, October 2022
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पर  सकियानों  ने  इि  ्ोजनया  के  ियाभों
         “मैं प्धयानमत्री जी कया आभयार व्कत
                  ं
         करनया चयािँगी सक उनिोंने मोढेरया ग्याम   को मििूि सक्या िै और अपने सबजिी
                 ू
         को  ि््य  ग्याम  के  रूप  में  देश-सवदेश   के सबिों को कम करने के ियार-ियार
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                                                                        े
         में  और  भी  प्सिद्  सक्या।  मेरया  ्िी   िौर ऊजया्य की मदद िे अपने कया््यक्षत्र
                                                                     ं
         किनया  िै  सक  चयािे  पचयाि  ि़जयार  िग  े  कया सवसतयार भी सक्या िै। प्धयानमत्री न  े
         ्या  एक  ियाख,  िोगों  को  इतने  पि  े  अपने ियासि्या ‘मन की बयात’ में श्रीनगर
                                    ै
                                                    ं
         देकर भी िोिर पैनि िगयानया चयासिए   सनवयािी  मज़ूर  अिमद  िईवयाि  कया
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         क्ोंसक इििे िम सबजिी कया आरयाम    उलिख सक्या, सजनिोंने अपने घर में 5
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         िे इसतमयाि कर िकते िैं और इिि  े  सकिोवयाॅट कया िोिर पियाट िगया्या िै।
         बचत भी बढ़ती िै।”                  उनिें  न  केवि  िरकयार  िे  30  प्सतशत
                               -वषया्य बयाई  की  िस्िडी  समिी,  बसलक  उनकया
                          मोढेरया सनवयािी  सबजिी  कया  सबि  भी  आधे  िे  कयाम  िो
                                           ग्या।  अपने  अनुभव  को  ियाझया  करत  े
        और 19,500 करोड़ रुप्े उच् दक्षतया वयािे   िुए  उनिोंने  बतया्या,  “िमें  इि  ्ोजनया
        िौर मॉड्ूि के सनमया्यण करने के सिए   िे बिुत ियारे ियाभ समि रिे िैं। अपनी
            ं
        आवसटत सकए।                         सबजिी कया उतपयादन और उप्ोग करन  े           िो  रिया  िै।  िौर  ऊजया्य  क्षत्र  भी  इिकी   में एक वैसशवक नेतया के रूप में सरयासपत
                                                                                                           े
            2015 में पेररि जिवया्ु िमझौते में   के अियावया जो असतररकत सबजिी बनती       व्यापक  पिँच  के  कयारण  आतमसनभ्यर   कर भयारत ने अंतररयाषट्री् िौर गठबंधन
                                                                                                ु
        की गई अपनी प्सतबद्तया को पूरया करन  े  िै, वि शिर के सबजिी सवभयाग में वयापि    भयारत  कया  एक  िच्या  प्सतसनसधतव  िै।   (आईएिए)  कया  नेतृतव  सक्या  िै।  ्ि
        के  सिए  सकए  गए  सवसभन्न  नीसतगत   चिी जयाती िै, जो िमयारे सबि में  और भी     भयारत में िौर ऊजया्य उतपयादन प्सक््या में   गठबंधन जीवयाशम ईंधन सनभ्यरतया को कम
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        उपया्ों  के  तित,  2030  तक  सरयासपत   छटूट िसनसशचत करती िै।”                  बड़े पैमयाने पर भयागीदयारी देखी जया रिी िै,   करने  के  सिए  िौर  ऊजया्य  प्ौद्योसगसक्ों
        सबजिी उतपयादन क्षमतया कया 40 प्सतशत   भयारत  100  गीगयावयाॅट  िौर  ऊजया्य      जियाँ ्ि पयारमपररक और प्या्यवरण को   के बढ़ते इसतेमयाि के सिए एक सक््या-
        गैर-जीवयाशम ईंधन स्ोतों िे प्यापत करन  े  क्षमतया  सरयासपत  करने  की  प्सक््या  में  ि  ै  नुकियान  पिँचयाने  वयािे  ऊजया्य  स्ोतों  के   उनमुख,  िदस्-िंचयासित,  िि्ोगी  मंच
                                                                                                 ु
        के  सिए  भयारत  िरकयार  ने  PM-KUSUM   और  वत्यमयान  में  भयारत  सवशव-सतर  पर   सिए  एक  आदश्य  प्सतसरयापक  बन  ग्या   िै। इिके असतररकत, भयारत द्यारया ‘वन िन,
        ्ोजनया  की  भी  शुरुआत  की।  इिकया   िौर  ऊजया्य  सरयासपत  क्षमतया  के  मयामि    े  िै।  िौर  सट्रीटियाइट,  िौर  पमप  और   वन वलड्ड, वन सग्ड’ ्यानी एक ि््य, एक
                                                                                                                                                   ू
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        उद्श्  सकियानों  को  ऊजया्य  और  जि   में  पयाँचवें  सरयान  पर  िै।  िौर  ऊजया्य  कया   अन् िौर ऊजया्य-आधयाररत अनप््ोगों न  े  सवशव,  एक  सग्ड  (ओएिओड्ल्ओजी)
                                                                                                               ु
                                                                                                                                                   ू
        िुरक्षया  प्दयान  करनया,  उनकी  आ्  में   ियाभ  उठयाने  की  कोसशश  में  िरकयार   प्या्यवरण  के  अनुकूि  तरीके  िे  खयानया   पिि कया उद्श् एक ियाझया सग्ड के सिए
                                                                                                                                    े
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        वसद् करनया, ककृसष क्षत्र को डीजि-रसित   ियामयासजक-आसर्यक  और  बसन्यादी  ढयाँच  े  पकयाने, प्कयाश व्वसरया और अन् ऊजया्य   अंतररयाषट्री्  िि्ोग  के  वयासते  आधयार
                        े
                                                                ु
        करनया  और  इि  प्सक््या  में  प्या्यवरण   के सवकयाि को भी बढ़यावया दे रिी िै, सजिि  े  ़जरूरतों को पूरया करके ियाखों भयारती्ों   तै्यार करनया िै, जो दुसन्या भर में सवचछ
        प्दूषण को कम करनया रया। ज़मीनी सतर   िभी  िोगों  के  जीवन  सतर  में  िुधयार    को ियाभयासनवत सक्या िै।            और कुशि िौर ऊजया्य के िसतयांतरण को
                                                                                           जिवया्ु  पररवत्यन  पर  िरकयार  की   िसनसशचत करेगया।
                                                                                                                            ु
                                                                                       रयाषट्री्  कया््य  ्ोजनया,  (एनएपीिीिी)   भयारत,  सजतनी  जलदी  िो  िके,
                                                                                                  ं
                                                                                       िौर  ऊजया्य  िियाधनों  के  सवसतयार  िसित   दुसन्या भर में िौर प्ौद्योसगकी प्ियार के
                                                                                       िभी जिवया्ु कया्षों के सिए एक व्यापक   सिए  नीसतगत  वयातयावरण  बनयाकर,  िररत
                                                                                       नीसतगत  ढयाँचया  प्दयान  करती  िै।  भयारत   ऊजया्य  क्यांसत  के  सिए  एक  प्कयाशसतमभ
                                                                                       जिवया्ु  पररवत्यन  की  चुनौसत्ों  िे   के रूप में कया््य कर रिया िै और इिके
                                                                                       सनपटने के वैसशवक प््यािों में मित्वपूण्य   नयागररक इि पररवत्यन के चैसमप्न बन
                                                                                       ्ोगदयान  दे  रिया  िै।  खुद  को  िौर  ऊजया्य   रिे िैं।

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