Page 75 - Mann Ki Baat - Hindi (September, 2022)
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             लमिटस बन रह ह आम िोगों की पसंद
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              िूरिशषिन से बातचीत में लोगों ने पमलेटस के िा्िों के बारे में चचाषि की।
                           आइए िानते हैं, क्ा कहना है उनका

            “घरेलू सतर िर बहुत तरह के उतिाि हैं, िो पमलेटस द्ारा बनाए िाते हैं। बािरे की
        ढूँढी ्ा लड्डू, पि्हें िेशी घी और तीसी पमला कर बना्ा िाता है, बहुत ही सवापिषट होते हैं।
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        आिकल आि अगर िाइव सटार होटलस में िाएँ तो वहाँ तमाम तरह की कुकीज़ पमलेटस
 पवकास खन्ा  से बनती हैं, िो पक सवापिषट और िो्ण से भरिूर होती हैं। बािरे ्ा िूसरे पमलेटस से बनी

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 प्रोिेशनल शेफ़  पखचड़ी भी िसंि की िाती है। अभी हाल ही में नई पिलली में अंतरराषट्ी् का्षिक्रम हुआ
        िा, पिसमेंं करीब 59 िेशों ने भाग पल्ा िा। वहाँ हर पिन पमलेटस द्ारा बनाए गए व्ंिन
        उ्हें िरोसे गए और उनके िो्क ततवों के बारे में भी िानकारी िी गई।”
 पमलेटस के महत्व और िारमिररक व्ंिनों के बारे में शेफ़ पवकास खन्ा   – डॉ. ए.के. पसंह, पनिेशक, भारती् कृप् अनुसंधान संसिान
 के पवचार।  “मैं प्रधानमंत्री नरे्द्र मोिी का बहुत-बहुत ध््वाि करता हूँ पक उ्होंने पमलेटस को
        लोकपप्र् बनाने के पलए पकसानों से आग्रह पक्ा है पक वे इन िसलों का ़ज्ािा से ़ज्ािा
        उतिािन करें। पमलेटस हमारे िेश की धरोहर हैं और बहुत सवासिवधषिक हैं। इनसे कई तरह
 “्ह भारत के पलए बड़े गवषि की बात   और  िेशेवर  रसोइ्ों  से  पमलेटस  का   के व्ंिन बनाए िा सकते हैं। मेरा मानना है पक मेरे िैसे प्रोिेशनल शे़फस िब इन पडशेज़
 है पक प्रधानमंत्री नरे्द्र मोिी के प्र्ासों के   उि्ोग कर अिने िेशेवर और आधुपनक   को एक अचछा रूि िेंगे, एक अचछा सलाि बनाएँगे, अचछी पमठाइ्ों का रूि िेंगे, और
 कारण व्षि 2023 को अंतरराषट्ी् पमलेटस   व्ंिनों के साि-साि िारमिररक व्ंिनों   मॉडनषि प्रेज़्टेशंस करेंगे, तो बहुत सारे लोग पमलेटस को अिनाएँगे और खाएँगे। अब तो
 व्षि के रूि में मना्ा िाएगा। ्ह अि ्भुत   को साझा करने का आग्रह पक्ा है और   सं्ुकत राषट् ने भी 2023 को अंतरराषट्ी् पमलेटस व्षि घोप्त पक्ा है, तो आओ िुड़ें और
 है! पमलेट एक ऐसा अनाि है, िो न केवल   मैं भी लोगों से अिने व्ंिनों को साझा   पमलेटस को और आगे बढ़ाएँ।"
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 हमारे  ग्रह  के  पलए,  बनलक  हमारे  शरीर   करने का आग्रह करता हूँ, तापक व्ंिनों   – डॉ. िरपविर पसंह बाली, कॉरिोरेट शेि (एल एंड डी), ओबेरॉ् होटलस एंड ररिॉटसषि
 और  हमारे  पिमाग  के  पलए  भी  सूिर   के इस ब्रेनिूल को एक ई-बुक में संकपलत   “प्रधानमंत्री  नरे्द्र  मोिी  के  प्र्ासों  के  िररणामसवरूि  अगला  व्षि  पमलेटस  के
 ससटेनेबल है।  पक्ा िा सके, पिसे हम िुपन्ा के साि   प्रोतसाहन व्षि के रूि में मना्ा िा रहा है, िो पक एक बहुत अचछी और सािषिक िहल है।
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 ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने घरेलू   साझा कर सकें।”  पमलेटस हमारे सवासर् की िृनषट से बहुत महत्विणषि हैं। अगर हम इन अनािों के सेवन
        को प्रोतसापहत करेंगे तो इनकी खेती को बढ़ावा पमलेगा। इससे भारत की अिषिव्वसिा में
        खेती का ्ोगिान और भी बढ़ेगा। अगर हम पमलेटस की सवासर्-समब्धी िानकारी
 पमलेटस के बारे में लोगों की रा्   अंतरराषट्ी् सतर िर िहुँचाएँगे तो इससे पवशव में इनकी माँग भी बढ़ेगी और भारत में
 िानने के पलए QR कोड को सकैन   उतिापित पमलेटस का बड़े सतर िर पन्ाषित भी पक्ा िा सकेगा।”
 करें।                                            – डॉ. अि् िोशी, पनवासी, बीकानेर














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