Page 102 - Putting Farmers First Hindi
P. 102

षवत्रीष्य सुरक्ा






                                      षे
                  उप्यु्थकत सभी पहलों स मकसी न मकसी तरह स मकसानों
                                                           षे
                की  मवत्ी्य  सुरक्ा  मनशशचत  तौर  पर  बढती  है।  हालांमक,
                मकसानों  की  मवत्ी्य  सुरक्ा  के  मलए  उ्ठाए  गए  सबस  षे
                िहतवपूण्थ कदिों िें स एक पीएि-मकसान (मकसान समिान
                                   षे
                मनमध) का्य्थक्रि है।
                  इस पहल के तहत िोदी सरकार हर साल करोड़ों मकसानों
                                   षे
                के बैंक खातों िें सीध 6,000 रुप्यषे हसतांतररत करती है।
                ्यह एक ऐसी आ्य है मजस मकसान हर साल मनशशचत रूप
                                       षे
                                                  षे
                स अपनी कुल आिदनी िें जोड़ सकत हैं। इसका उप्योग
                 षे
                      षे
                                    षे
                                                    षे
                कृमि स संबंमधत कच् िाल को खरीदन ्या मकसी अन्य
                आवश्यकता के मलए मक्या जा सकता है। मकसान के हारों
                िें पैसा दकर सरकार न मकसानों को अपनी िजजी के िुतामबक
                                   षे
                       षे
                                                  षे
                इस धनरामर का कहीं भी उप्योग करन की आजादी भी दषे
                दी है।
                                                षे
                  इसके अलावा, इस रामर को सीध उनके बैंक खातों िें
                                                     षे
                राल दन सषे इसके गलत इसतषेिाल ्या बईिानी की कोई
                      षे
                        षे
                संभावना भी नहीं रहती है। कोरोना वा्यरस िहािारी के
                दौरान पीएि-मकसान ्योजना के तहत मकए गए भुगतान
                स सरकार को मकसानों तक पहुंचन और मकसी आमर्थक
                                                षे
                 षे
                                                  षे
                व्यवधान होनषे की आरंका को दूर करन िें िदद मिली।
                  सरकार न मकसानों के मलए एक पेंरन ्योजना भी रुरू की
                          षे
                                                                षे
                                                          षे
                है मजसके तहत उनहें बहुत कि प्रीमि्यि पर अपन बुढाप के
                दौरान मवत्ी्य सुरक्ा मिलगी।
                                      षे







                      े
          95 | अन्नदाता क हितों को समह्त मोदी सरकार
                                  पि
   97   98   99   100   101   102   103   104   105   106