Page 24 - Putting Farmers First Hindi
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            िकि उपज वयापार एवं  वाकणजय (संवध्भन एवं सरलीिरण)
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            िानून, 2020- देशभर में िकि  उपज बेचने िी आजादी
                             भ्रम और सच्याई


            क्रमांक          भ्रम                        सच्ाई
            1      क. “षकसानों को एमएसपरी   एमएसपरी प्रणालरी जाररी रहेगरी। वासतव में, मोदरी
                     नहीं षमलेगरी”         सरकार ने एमएसपरी में कई गुना वृकद्ध करी है और
                                           ककसानों से एमएसपरी पर कपछलरी ककसरी भरी सरकार
                   ख. “ष्यह अंि में एमएसपरी   से ज्यादा खररीद करी है।
                     आधाररि खररीद प्रणालरी   न्या कानून एमएसपरी पर प्रकतकूल प्रभाव नहीं
                     को खतम कर सकिा है”    रालेगा। कृकर उपज पर एमएसपरी खररीद राज्य

                                           एजेंकस्यों के माध्यम से करी जातरी है और इस कानून
                                           से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
                                           ककसानों से एमएसपरी पर खररीद वत्भमान सरकार
                                           करी सववोच्च प्राथकमकता है और ्यह जाररी रहेगरी।


            2      “वष्यापार और वाषणजष्य   इस कानून को राज्य एपरीएमसरी कानून करी जगह
                         यू
                     कानन राजष्य एपरीएमसरी   देने का कोई इरादा नहीं है और ्यह एपरीएमसरी के
                         यू
                     काननों का सरान लेगा   कामकाज को प्रभाकवत नहीं करता।
                     और एपरीएमसरी के       एपरीएमसरी बाजार पररकि करी भौकतक सरीमाओं के
                     कामकाज को प्रभाषवि    भरीतर कृकर उपज करी कवपणन करते रहेंगे। वे अपने
                     करेगा”                कन्यमों के अनुरूप मंकर्यों में बाजार शुलक लगा
                                           सकते हैं।
                                           कानून केवल ककसानों को मौजूदा एपरीएमसरी के
                                           बाहर कवपणन के अकतररकत मौके देता है।
                                           दोनों कानून ककसानों के साझा कहत के कलए एक
                                           साथ बने रहेंगे।


            3      क. “कानन का षनमा्षण करने  अंतरा्भज्यरी्य व्यापार भारत के संकविान करी संघ
                           यू
                     के राजष्यों के अषधकारों का   सूचरी के प्रकवल्ट 42 में आता है।
                     अषिक्रमण”             जहां राज्यों के बरीच व्यापार संकविान करी राज्य
                                           सूचरी करी प्रकवल्ट 26 में आता है वहीं ्यह भारत के
                   ख. “राजष्यों करी शश्िष्यों का   संकविान करी समवतटी सूचरी करी प्रकवल्ट 33 के तहत
                     अषिक्रमण”             भरी आता है।

                                           केंद्र सरकार ्यहां पर कानून बनाने के कलए पूररी
                                           तरह से सक्म है और उसे इसका अकिकार है।
                                           इसकलए राज्यों करी शलकत्यों का कोई अकतक्रमण
                                           नहीं हुआ है।


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          17 | अन्नदाता क हितों को समह्त मोदी सरकार
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