Page 27 - Putting Farmers First Hindi
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भ्रम और सच्याई



              कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमति आशवासन एवं कृषष
                   सेवा पर करार कानून 2020- अनुबंध खेतिी कानून



            क्रमांक        भ्रम                           सच्ाई
            1      कॉरपोरेट षकसानों करी   अनुबंि फसल के कलए होगा जमरीन के कलए नहीं। ्यह कानून
                   जमरीन हषरष्या लेंगे और   सप्ट रूप से ककसान करी जमरीन ्या पररसर करी कबक्ररी, पट्  ़े
                   षकसानों को अंि में   और बंिक सकहत ककसरी भरी तरह के हसतांतरण करी मंजूररी नहीं
                   मजदररी करनरी पड़ेगरी।  देता।
                       यू
                                        ्यह कानून ्यह सुकनल्चत करता है कक खररीददार/प्रा्योजक/
                                        कॉरपोरेट के ककसानों करी जमरीन के माकलकाना हक हाकसल
                                        करने ्या सथा्यरी बदलाव करने पर रोक होगरी।
            2      कानन षकसानों को कॉरपोरेट  कववाद कनवारण के कलए इस कानून में प्रभावरी तंत् का प्राविान
                      यू
                                                                            ्भ
                                  यू
                   के षखलाफ कोई काननरी   है। कुछ ककसानों को व्यापारर्यों के कखलाफ कानूनरी कारवाई
                   सुरक्ा प्रदान नहीं करिा।  के जररए पहले हरी मुआवजा कमल चुका है।
                                        बका्या राकश करी वसूलरी ककसानों करी जमरीन से नहीं करी
                   अनुबंधकिा्ष ररकवररी के   जाएगरी। ककसानों करी जमरीन सुरकक्त है, चाहे कैसरी भरी लसथकत
                   िौर पर षकसानों करी जमरीन   हो।
                   हषरष्या लेंगे।
            3      कानन षकसानों के षलए   कानून में करार के सम्य हरी कृकर उपज करी करीमत त्य करने
                      यू
                   करीमि करी कोई गारंटरी नहीं   का सप्ट प्राविान है। इसमें ककसानों को आरंभ में हरी करार में
                   प्रदान करिा।         त्य करी गई करीमत कमलने करी गारंटरी होगरी।
                                        इसमें ्यह भरी कहा ग्या है कक अगर ककसरी लसथकत में इस तरह
                                        करी करीमत में बदलाव आता है, तो करार से इस तरह करी उपज
                                        के कलए कनल्चत करीमत करी व्यवसथा होगरी।
                                        अगर  खररीददार करार का पालन नहीं करता और ककसान को
                                        भुगतान नहीं करता तो दंर के रूप में उसे बका्या राकश का
                                        ऱेढ गुना तक देना पड सकता है।
                                        कुछ ककसानों को पहले हरी इससे लाभ हो चुका है।
            4      बडरी कंपषनष्यां अनुबंध के   अनुबंि समझौता ्यह कनल्चत करेगा कक ककसानों को त्य
                   नाम पर षकसानों का उतपरीडन   करीमत कमले।
                   करेंगरी।             ककसान ककसरी भरी सम्य अनुबंि से परीछ हट सकते है और
                                                                 ़े
                                        इसके कलए उनहें कोई जुमा्भना भरी नहीं देना होगा।
            5      भारि में इस िरह करी   पंजाब, तकमलनारु और ओकरशा में पहले से हरी अनुबंि खेतरी

                   करार आधाररि कृषि पहल   से जुड़े कानून हैं।
                   को इससे पहले कभरी
                   आजमाष्या नहीं गष्या है।

                                           अन्नदाता क हितों को समह्त मोदी सरकार | 20
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