Page 56 - Mann Ki Baat December 2022
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रारि की अमूल्य धरोहर
‘नए भारत’ की आधार सशला
हमारे ्ेश में अिनी कला-संसकृछत 15 अगसत, 2022 को भारत की
को लेकर एक नई जागरूकता आ आजा्ी के 75 साल िूरे होने के मौके िर
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रही है, एक नई चेतना जागृत हो रही प्धानमत्री नरनद्र मो्ी ने लाल छकले की
है। अिनी कला-संसकृछत के प्छत प्ाचीर से ्ेश को समबोछधत करते हुए
्ेशवाछसयों का ये उतसाह ‘अिनी ्ेश को ‘अमृत काल’ में प्वेश कराया।
छवरासत िर गव्ष’ की भावना का ही ‘अमृत काल’, अथा्षत अगले 25 साल,
प्कटीकरण है। हमारे ्ेश में तो हर
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कोने में ऐसे छकतने ही रंग छबखरे 2047 तक जब ्ेश औिछनवछशक शासन
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हैं। हमें भी उनहें सजाने-सँवारने और से मुकत होने के 100 साल िण्ष होने का
संरछक्त करने के छलए छनरनतर काम जश्न मनाएगा। िररवत्षन और छवकास
करना चाछहए। के नए युग के छवजन के साथ प्धानमत्री
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-प्धानमंत्री नरेनद्र मो्ी ने ‘िंच प्ण’ का ऐलान छकया – वो िाँच
(‘मन की बात’ के समबोधन में ) प्छतज्ााएँ, जो प्तयक नागररक को हमारे
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सवतंत्रता सेनाछनयों के सिनों के भारत
का छनमा्षण करने के छलए अव्य लेनी
चाछहए।
स्ी के अगले िच्ीस वरवों के छलए
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प्धानमत्री की वयािक िररकलिनाओं में
“हमारे लोक कला और छशलि क्ेत्रों,
अन्ान और सामाछजक गछतछवछधयों से एक हमारी छवरासत िर गव्ष करना
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को बढ़ावा ्ेने के छलए द्ीिवाछसयों है। छनससं्ेह हमारी जड़ों में ही हमारी
के बीच चल रहे प्यासों की प्धानमत्री सबसे बड़ी ताकत छनछहत है। भारत के
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द्ारा की गए सराहना से बहुत खुश हैं। अिनी सवतंत्रता की शताब्ी की ओर
हम सममाछनत महसूस कर रहे हैं छक अग्रसर होने के साथ ्ेश के छलए नई
उनहोंने ‘मन की बात’ काय्षक्म में ऊँचाइयों को िूने में भारत के युवा
हमारे साम्ाछयक प्यासों को शाछमल
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छकया।” महत्विण्ष भछमका छनभाएँगे। ्ेश की
छवछवध िरमिराओं, रीछत-ररवाजों और
-छ्फरोज खान
सांसकृछतक छवरासत की सवीकृछत और
अधयक्, कुमेल ब््स्ष चैलेंजस्ष कलब सराहना न केवल गव्ष ि्ा करेगी,
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