Page 63 - Mann Ki Baat December 2022
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मेक इन इरिया की ताकत, कनाटक से यूरोप तक
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                                                  ्भ
                   ं
              प्धानमत्री   के
          ‘लोकल  ्फॉर  वोकल’
                        ं
          और  ‘मेक  इन  इछडया’
          के  आह्ान  को  आग  े
          बढ़ाते  हुए  िारमिररक
          कौशल    और     अिन  े
          प्यासों में ससटेनछबछलटी
                       े
          को  बढ़ावा  ्ेते  हुए
          छशवमोगा,  कना्षटक  के  एक  ्मिछत्त   को म़जबूत करते हैं और बड़ी संखया में
          सिारी ़फाइबर से अछद्तीय उतिा् बना   लोगों के भछवषय को उज्वल करते हैं।
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                                                                   ू
          रहे हैं। सुरेश और मछथली न केवल इन    हमारी ्ूर्श्षन टीम ने  भछम एग्री
                         ै
                                                                         ं
          उतिा्ों को राषट्रीय सतर िर बेच रहे हैं,   वेंचस्ष  के  सह-संसथािक  श्ी  सुरेश  एव
                                                   ै
          बशलक वे यूरोि के अंतरराषट्रीय बा़जारों   श्ीमती मछथली से उनके सटाट्डअि के
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          में भी अिनी जगह बना चुके हैं। सिारी,   बारे में बात की।
          जो कना्षटक सछहत कई भारतीय राजयों     श्ी  सुरेश  ने  बताया,  “रछववार  को
                                                 ं
                                                         े
          में प्चुर मात्रा में उिलबध है, का उियोग   प्धानमत्री  श्ी  नरनद्र  मो्ीजी  ने  अिन  े
          िया्षवरण  के  अनुकूल  हाथ  से  बन  े  ‘मन की बात’ में हमारे सटाट्डअि के बार  े
          उतिा्ों  जैसे  ट्रे,  पलट,  हैंडबैग,  चपिल   में बात की। यह सुनकर मुझे बहुत खुशी
                         े
          और  सजावटी  वसतओं  को  बनाने  के   हुई छक मेरा सटाट्डअि बहुत िोटा होने के
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          छलए छकया जा रहा है।               बावज् प्धानमत्री ने हमें िहचाना और
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              ्छनया एक ससटेनेबल भछवषय के    उनहोंने अिने माछसक समबोधन में हमार  े
          तरीके  तलाश  रही  है  और  भारत  का   उतिा्ों और सटाट्डअि के बारे में बात की।
          िारमिररक ज्ाान एक सतत जीवन शैली   यह मेरे छलए सबसे बड़ा इनाम है।” श्ीमती
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          के छलए बहुत सारे तरीके प््ान करता   मछथली ने कहा, “यह एक सममान और
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                                                                     े
          है। हमारे सव्ेशी और सथानीय उतिा्   गव्ष का क्ण है। प्धानमत्री के उललख के
          हमारी िहचान को, सथानीय अथ्षवयवसथा   ि्चात् िूरे ्ेश का धयान हमारे काय्ष और
                                            संग्ठन की ओर आकछर्षत हुआ है। इसस  े
                                            वासतव में और अछधक करने की हमारी
                                            छजममे्ारी बढ़ गई है।”

                                             श्ीमती मछथली ने 'मन की बात'
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                                             में उललख छकए जाने िर आभार
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                                             वयकत छकया। सुनने के छलए QR
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