Page 20 - Mann Ki Baat - November2022
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भारि की G20 अध्यक्षिा
सुधार, सद्ाव और आशा की अध्यक्षता
G20 की अधयक्षता हमारे फिए एक भारत का 20 देशों के समूह, G20 की
बड़ी ऑपचु्यफनटी बनकर आई है। हमें अधयक्षता समभािना इफतहास रचने जैसा
इस मौके का पूरा उपयोग करते हुए है। यह सभी भारतीयों के फिए ग््य का
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गिोबि गुड पर फ़ोकस करना है। चाहे क्षण है, ्योंफक दफनया की फनगाहें हम पर
पीस हो या यूफनटी, पया्य्रण को िेकर हैं। अब से एक साि तक, भारत दफनया
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सं्ेदनशीिता की बात हो, या फिर की दो-फतहाई आबादी, फ्श् के तीन चौिाई
ससटेनेबि डे्िपमेंट की, भारत के वयापार और फ्श् सकि घरिू उ्पाद
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पास इनसे जुड़ी चुनौफतयों का समाधिान (जीडीपी) के 85 प्रफतशत के फिए एजेंडा
है। तय करेगा।
-प्रधिानमंत्ी नरेनद्र मोदी यह महत््पण्य फज़ममदारी हमें ऐस े
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(‘मन की बात’ के समबोधिन में ) समय में फमिी है, जब दफनया महामारी, भू-
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राजनीफतक तना् और जि्ायु परर्त्यन
की चुनौफतयों का एक साि सामना कर
रही है। फ्श् स्ासरय संगठन (WHO)
के काय्यकारी बोड्ड के ्त्यमान अधयक्ष,
संय्त राषट् सुरक्षा परर्द में गैर-सिायी
ु
“G20 प्रसीडेंसी चुनौफतयों को अ्सरों सदसय (और फदसमबर के महीने के फिए
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में बदिने का मौका प्रदान करती है, इसके अधयक्ष) और G20 के अधयक्ष के
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ख़ासकर उन क्षत्ों में, जहाँ राषट्ीय रूप में भारत एक प्रगफतशीि, ससटेनेबि,
और अनतरराषट्ीय प्रयास समाफ्षट
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होते हैं। हमारी अधयक्षता का सार- और शातनतपण्य भफ्षय का ्िूफप्रनट प्रदान
‘एक पर्ी, एक परर्ार, एक करने के फिए पूरी तरह तैयार है।
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भफ्षय’ के फ्चार में देखा जा सकता जब स्ासरय की बात आती है तो
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है, जो हमारी साझा प्रािफमकताओं, दफनया आज भारत को सममान की दतषट
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सामफहक कार्य्ाई की आ्शयकता से देखती है। आय्द और योग के हमार े
और एकीककृत िक्यों को उजागर पारमपररक ज्ाान के प्रफत नया उ्साह और
करता है।” फ्श्ास है। भारत को ‘दफनया की फ़ामवेसी’
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-अफमताभ कानत माना जाता है; ्््य 2013-14 की तिना में
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G20 शेरपा, भारत
हमारे फ़ामा्य फनया्यत में 103 प्रफतशत की
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