Page 16 - Mann Ki Baat - November2022
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उपचार और देखभाि के फिए बड़े स्ा- के जी्न में सकारा्मक बदिा्
भा् की ज़रूरत होती है। हमारे यहा ँ िाने का भी प्रयास होता है। मसकुिर
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फहमाचि प्रदेश में सोिन में एक ऐसा फडसट्ॉफ़ी से जड़ी एक चुनौती, इसके
सेनटर है, जो मसकुिर फडसट्ॉफ़ी के बारे में जागरूकता का अभा् भी है।
मरीज़ों के फिए उममीद की नई फकरण इसीफिए यह केनद्र फहमाचि प्रदेश
बना है। इस सेनटर का नाम है – ‘मान् ही नहीं, देशभर में मरीज़ों के फिए
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मतनदर’, इसे इफडयन एसोफसएशन जागरूकता फशफ्र भी आयोफजत करता
ऑफ़ मसकुिर फडसट्ॉफ़ी द्ारा संचाफित है। सबसे जयादा हौसिा देने ्ािी बात
फकया जा रहा है। मान् मतनदर अपन े यह है फक इस संसिा का प्रबनधिन मुखय
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नाम के अनुरूप ही मान् स्ा की रूप से इस बीमारी से पीफड़त िोग ही कर
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अद भुत फमसाि है। यहाँ मरीज़ों के फिए रहे हैं, जैसे सामाफजक काय्यकता्य उफम्यिा
ओपीडी और एडफमशन की स्ाएँ तीन- बालदीजी, इफडयन एसोफसएशन ऑफ़
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चार साि पहिे शुरू हुई िीं। मान् मसकुिर फडसट्ॉफ़ी की अधयक्ष बहन
मतनदर में करीब 50 मरीज़ों के फिए संजना गोयिजी और इस एसोफसएशन
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बेड स की सफ्धिा भी है। फिफज़योिेरेपी, के गठन में अहम भफमका फनभाने ्ाि े
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इित्ट्ोिेरेपी और हाइड्ोिेरेपी के साि- श्ीमान फ्पि गोयिजी, इस संसिान के
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साि योग-प्राणायाम की मदद से भी यहा ँ फिए बहुत अहम भफमका फनभा रहे हैं।
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रोग का उपचार फकया जाता है। मान् मतनदर को हॉतसपटि और फरसच्य
साफियो! हर तरह की हाई-टेक सेनटर के तौर पर फ्कफसत करने की
सफ्धिाओं के जररए इस केनद्र में रोफगयों कोफशशें भी ़जारी हैं। इससे यहाँ मरी़जों
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