Page 43 - Mann Ki Baat - November2022
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          ड्ोन  और  ‘काफमकाज़’  आ्मघाती  ड्ोन   ड्ोन  के  अफभन्  उपयोगों  में  एक
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          तक तैनात करने के अनूठे तरीके देखे गए   स्ासरय  स्ा  समबनधिी  अफत  महत््पण्य
          हैं। इसी बात को धयान में रखते हुए भारत   द्ाओं,  टीकों  और  र्त  के  नमूनों  को
          भी अब अपने रक्षा बिों को इस प्रौद्ोफगकी   तुरनत एक सिान से दूसरी जगह पहँचान  े
                                                                      ु
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          से अपग्रड कर रहा है और हमने फपछि  े  के फिए इसतमाि फकया जाना है। प््यतीय
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          कुछ ््गों में िि, जि और ्ायु क्षेत् में   इिाकों में  ड्ोन की मदद से इन ्सतओं
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          अपनी  श्ेषठता  मज़बूत  करने  के  फिए   को सड़क परर्हन की तिना में 5 से 6
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          फ्फभन् प्रकार के ड्ोन ख़रीदे हैं।  गुणा कम समय में पहँचाया जा सकता
              देश में ड्ोन की सबसे बड़ी तैनाती की   है,  फजससे  मान्  जी्न  बचाने  में  मदद
                                     े
          पहि, ‘स्ाफम््’ योजना के एक फहसस के   फमिेगी। इस तकनीक को गफत देने और
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          रूप में हुई, फजसके तहत ज़मीन-जायदाद   संचाफित  करने  के  उद्शय  से  मेघािय,
          के सटीक फडफजटि ररकॉड्ड बनाने के फिए   उत्तराखणड  और  फहमाचि  प्रदेश  में
          पूरे भारत में 6 िाख 60 हज़ार गा्ों के भू-  परीक्षण के तौर पर इनका उपयोग फकया
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          खणडों की मफपंग में ड्ोन का उपयोग फकया   जा चुका है।
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          जा रहा है। आज  2 िाख से अफधिक गा्ों   ड्ोन  उद्ोग  क्षेत्  का  उदय  होने  स    े
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          का ड्ोन की मदद से स्क्षण फकया जा   इसमें फनकट भफ्षय में 10,000 से अफधिक
          चुका है, जो फ्श् सतर पर ग्रामीण फ्कास   प्र्यक्ष नौकररयाँ उ्पन् होने की उममीद
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          में इस तकनीक का अभूतप््य उपयोग है।  है, फजनमें ड्ोन पायिट, डाटा फ्शिे्क,
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              कफ् क्षेत् में भी ड्ोन का इसतमाि   हाड्ेयर  और  सॉ़फट्ेयर  डे्िेपर
          गफत  पकड़  रहा  है।  फकसान,  खेतों  में   तिा  फ्फनमा्यण,  स्ा  और  मरममत  ्
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          कीटनाशकों और पो्क तत््ों के कारगर   तकनीफशयन  शाफमि  होंगे।  स्देशी
          फछड़का् के फिए ड्ोन का उपयोग कर रह  े  अनुसनधिान  ए्ं  फ्कास  और  फ्फनमा्यण
          हैं, फजससे इस काम में समय कम िगता   पर धयान केतनद्रत करते हुए भारतीय ड्ोन
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          है, दक्षता बेहतर होती है और सुरक्षा बढ़ती   उद्ोग नई ऊचाइयों की ओर बढ़ता हुआ
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          है। उन्त सैंसर ्ािे ड्ोनों का उपयोग   2030 तक एक ्तश्क ड्ोन हब बनने की
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          िसिों  के  स्ासरय  फ्शिे्ण,  भफम   राह पर अग्रसर है। इफतहास बताएगा फक
          उपयोग फनयोजन, बीमा दा्ों का पारदशवी   यह  दशक  भारत  में  ड्ोन  प्रौद्ोफगकी  के
          और ््ररत फनपटान जैसे कई अनय कायगों   न्ाचार और प्रसार का स्ण्य युग होगा।
          के फिए भी फकया जा रहा है।















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