Page 8 - Mann Ki Baat - November2022
P. 8

की िागत से भी काफ़ी कम है। कम      देखकर आसमान में आककृफतयाँ बनाया
                                    े
        कीमत  में  फ्श्सतरीय  सटैंडड्ड,  सपस   करते िे, उनहें अब भारत में ही रॉकेट
            े
                                                                   े
        टेक्ािॉजी  में  अब  तो  ये  भारत  की   बनाने का मौका फमि रहा है। सपस को
                                                 े
        पहचान  बन  चुकी  है।  इस  रॉकेट  को   प्राइ्ेट स्टर के फिए खोिे जाने के
        बनाने में एक और आधिुफनक टेक्ोिॉजी   बाद, य्ाओं के ये सपने भी साकार हो
                                               ु
                                                              ु
        का इसतमाि हुआ है। आप ये जानकर     रहे हैं। रॉकेट बना रहे ये य्ा मानो कह
               े
        हैरान रह जाएँगे फक इस रॉकेट के कुछ   रहे हैं– सकाई इज़ नॉट द फिफमट।
                  े
                                                                  े
        ज़रूरी फहसस 3D फप्रंफटंग के ज़ररए बनाए   साफियो! भारत सपस के स्टर में
                                                           े
        गए हैं। सही में, ‘फ्क्रम-एस’ के िॉनच   अपनी सििता, अपने पड़ोसी देशों से भी
        फमशन को जो ‘प्रारंभ’ नाम फदया गया   साझा कर रहा है। कि ही भारत ने एक
        है, ्ो फबलकुि फिट बैठता है। ये भारत   सैटेिाइट िाॅनच की, फजसे भारत और
                  े
        में प्राइ्ेट सपस स्टर के फिए एक नए   भूटान ने फमिकर डे्िप फकया है। य  े
                      े
        युग के उदय का प्रतीक है। ये देश में   सैटेिाइट बहुत ही अचछे रेजोलयशन की
                                                                  ू
        आ्मफ्श्ास से भरे एक नए युग का     तस्ीरें भेजेगी, फजससे भूटान को अपन  े
        आरमभ है। आप कलपना कर सकते हैं     प्राककृफतक संसाधिनों के प्रबनधिन में मदद
        जो बच्े कभी हाि से कागज़ का ह्ाई   फमिेगी।  इस  सैटेिाइट  की  िॉतनचग,
                                                                     ं
        जहाज़  बनाकर  उड़ाया  करते  िे,  उनहें   भारत-भूटान  के  मज़बूत  समबनधिों  का
        अब भारत में ही ह्ाई जहाज़ बनाने का   प्रफतफबमब है।
        मौका फमि रहा है। आप कलपना कर          साफियो!  आपने  गौर  फकया  होगा
                       े
        सकते हैं फक जो बच् कभी चाँद-तारों को   फपछिे  कुछ  ‘मन  की  बात’  में  हमन  े
                                            े
                                          सपस, टेक, इनो्ेशन पर खूब बात की
                                          है। इसकी दो खास ्जह हैं, एक तो यह
                                                ु
                                          हमारे य्ा इस क्षेत् में बहुत ही शानदार
                                          काम कर रहे हैं। दे अार फिफकंग फबग
                                                                ं
                                          एंड  अफचफ्ंग  फबग।  अब  ्े  छोटी-छोटी
                                          उपित्धियों  से  सनतषट  होने  ्ािे  नहीं
                                                         ु
                                          हैं। दूसरी यह फक इनो्ेशन और ्ैलय  ू
                                          फक्रएशन के इस रोमांचक सफ़र में ्  े
                                          अपने  बाकी  य्ा  साफियों  और  सटाट्ड-
                                                     ु
                                          अप को भी इनकरेज कर रहे हैं।
                                              साफियो!  जब  हम  टेक्ोिॉजी  स  े
                                          जुड़े इनो्ेशन की बात कर रहे हैं, तो
                                          ड्ोन  को  कैसे  भि  सकते  हैं?  ड्ोन  के
                                                       ू
                                                        े
                                          क्षेत् में भी भारत तज़ी से आगे बढ़ रहा
                                          है। कुछ फदनों पहिे हमने देखा फक कैस  े

                                       4 4
   3   4   5   6   7   8   9   10   11   12   13