Page 12 - Mann Ki Baat - November2022
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फिफड-क्रो-य              ू



              समृद्ध नागा फ्रासत के संरक्षक

























            आप सोच रहे होंगे फक घर के पास में   में  ्हाँ  भग्ान  राम  और  भग्ान
        फकसी मतनदर में भजन–कीत्यन चि रहा   ककृषण  से  जुड़े  फ््ाह  के  गीत  गाने  की
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        है, िफकन ये आ्ाज़ भी आप तक भारत   एक  फ्श्  परमपरा  है।  इन  गीतों  को
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        से हजारों मीि दूर बसे साउि अमेररका   चौताि कहा जाता है। इनहें उसी प्रकार
        देश गयाना से आई है। 19्ीं और 20्ीं   की धिुन और हाई फपच पर गाया जाता है,
        सदी  में  बड़ी  संखया  में  हमारे  यहाँ  स  े  जैसा हमारे यहाँ होता है। इतना ही नहीं,
        िोग गयाना गए िे। ्े यहाँ से भारत की   गयाना में चौताि कतमपफटशन भी होता
        कई परमपराएँ भी अपने साि िे गए िे।   है। इसी तरह बहुत सारे भारतीय, फ्श्
                                                                      े
        उदाहरण के तौर पर, जैसे हम भारत में   रूप से प्वी उत्तर प्रदेश और फबहार के
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        होिी मनाते हैं, गयाना में भी होिी का   िोग  फफ़जी  भी  गए  िे।  ्े  पारमपररक
        रंग फसर चढ़कर बोिता है। जहाँ होिी   भजन–कीत्यन  गाते  िे,  फजसमें  मुखय
        के रंग होते हैं, ्हाँ िग्ा, यानी िगुआ   रूप से रामचररतमानस के दोहे होते िे।
        का संगीत भी होता है। गयाना के िग्ा   उनहोंने  फफ़जी  में  भी  भजन-कीत्यन  स  े



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