Page 13 - Mann Ki Baat - Hindi (September, 2022)
P. 13

करने  वाली  है।  हमारी  ्ह  पज़ममेिारी   पलए प्रररत करेंगे। मैं उन सभी लोगों को   ‘कबाड़  से  िुगाड़’  अपभ्ान  के  बार  े  के साि िेश का एक न्ा संकलि भी िुड़
 े
                          ू
 बनती है पक हम इन चुनौपत्ों के पलए   बधाई िेना चाहँगा, पि्होंने, इस अपभ्ान   में  भी  बताना  चाहता  हँ।  ्ह  अपभ्ान   ग्ा  है।  आि  सब  िानते  हैं,  ्े  संकलि
 ू
 गमभीर और पनरंतर प्र्ास करें। ्हाँ मैं   में पहससा पल्ा।  ि्ाषिवरण की सुरक्ा के साि-साि शहर   है  -  ‘वोकल  िाॅर  लोकल’  का।  अब
 िेश के तटी् क्ेत्रों में कोसटल कलीपनंग   इलेकटेड  ऑिीपश्लस,  खासकर   के सौंि्यीकरण से भी िुड़ा है। इस मुपहम   हम त्ोहारों की खुशी में अिने लोकल
 की एक कोपशश ‘सवचछ सागर - सुरपक्त   शहरों  के  मे्र  और  गाँवों  के  सरिंचों   की ख़ास बात ्ह भी है पक इसमें लोह  े  कारीगरों  को,  पशलिकारों  को  और
 ू
 सागर’ इसके बारे में बात करना चाहँगा।   से िब मैं संवाि करता हूँ, तो ्े आग्रह   का सक्रैि, पलानसटक वेसट, िुराने टा्र   व्ािारर्ों को भी शापमल करते हैं। आने
                                    ़
 5 िुलाई को शुरू हुआ ्ह अपभ्ान बीत  े  ज़रूर  करता  हूँ  पक  सवचछता  िैसे   और  ड्म  िैसी  बेकार  हो  चुकी  चीिों   वाले  2  अकटूबर  को  बािू  की  ि्ंती  के
 17  पसतमबर  को  पवशवकमाषि  ि्ंती  के   प्र्ासों  में  लोकल  कम्ूपनटीज़  और   का प्र्ोग पक्ा िाता है। कम खचगे में   मौके िर हमें इस अपभ्ान को और तेि
 पिन  समिन्  हुआ।  इसी  पिन  कोसटल   लोकल ऑगगेनाइिेशंस को शापमल करें,   सावषििपनक सिलों का सौंि्यीकरण कैस  े  करने का संकलि लेना है। खािी, हैंडलूम,
 कलीनअि डे भी िा। आज़ािी के अमृत   इनोवेपटव तरीके अिनाएँ।  हो, ्ह अपभ्ान इसकी भी एक पमसाल   हैणडीक्राफट, ्े सारे प्रोडकट के साि-साि
 ु
 महोतसव में शुरू हुई ्ह मपहम 75 पिनों   बेंगलुरु में एक टीम है - ्ि ़िॉर   है। इस अपभ्ान से िुड़े सभी लोगों की   लोकल  सामान  ़िरूर  खरीिें।  आपखर
 ू
 तक  चली।  इसमें  िनभागीिारी  िेखत  े  िररवतषिन,  पिछले  आठ  सालों  से  ्ह   मैं हृि् से सराहना करता हँ। ू  इस  त्ोहार  का  सही  आनंि  भी  तब  है,
 ही  बन  रही  िी।  इस  प्र्ास  के  िौरान   टीम  सवचछता  और  िूसरी  सामिाप्क   िब हर कोई इस त्ोहार का पहससा बने।
 ु
 िूरे  ढाई  महीने  तक  सफ़ाई  के  अनेक   गपतपवपध्ों को लेकर काम कर रही है।   मेरे प्ारे िेशवापस्ो, इस सम्   इसपलए सिानी् प्रोडकट के काम से िुड़े
 का्षिक्रम िेखने को पमले। गोवा में एक   उनका मोटो पबलकुल कली्र है - ‘सटोि   िेश में चारों ओर उतसव की रौनक है।   लोगों को हमें सिोट्ट भी करना है। एक
 ू
 लमबी ह्मन चेन बनाई गई। काकीनाड़ा   कमपलेपनंग सटाट्ट एपकटंग’ इस टीम न  े  कल  नवरापत्र  का  िहला पिन  है।  इसमें   अचछा तरीका ्े है पक त्ोहार के सम्
                                    ु
 में गणिपत पवसिषिन के िौरान लोगों को   अब तक शहर भर की 370 से ़ज्ािा िगहों   हम िेवी के िहले सवरूि ‘माँ शैलित्री’   हम िो भी पगफट करें, उसमें इस प्रकार
 पलानसटक से होने वाले नुकसान के बार  े  का सौंि्यीकरण पक्ा है। हर सिान िर   की  उिासना  करेंगे।  ्हाँ  से  नौ  पिनों   के प्रोडकट को शापमल करें।
                   ं
 में बता्ा ग्ा। एनएसएस के लगभग   ‘्ि ़िॉर िररवतषिन’ के अपभ्ान ने 100   का  पन्म-स्म  और  उिवास,  पिर   इस  सम्  ्ह  अपभ्ान  इसपलए
 ू
 5000 ्ुवा सापि्ों ने तो 30 टन से अपधक   से डेढ़ सौ नागररकों को िोड़ा है। प्रत्क   पवि्िशमी का िवषि भी होगा, ्ानी एक   भी  ख़ास  है,  क्ोंपक  आ़िािी  के  अमृत
 े
 पलानसटक एकत्र पक्ा। ओपडशा में तीन   रपववार को ्ह का्षिक्रम सुबह शुरू होता   तरह से िेखें तो हम िाएँगे पक हमारे िवशों   महोतसव  के  िौरान  हम  आतमपनभषिर
 ं
 पिन के अिर 20 हिार से अपधक सककूली   है और िोिहर तक चलता है। इस का्षि में   में आसिा और आध्ानतमकता के साि-  भारत  का  भी  लक््  लेकर  चल  रहे  हैं,
 ़
                         ं
 छात्रों ने प्रण पल्ा पक वे अिने साि ही   कचरा तो हटा्ा ही िाता है, िीवारों िर   साि  पकतना  गहरा  सिेश  भी  पछिा  है।   िो सही मा्ने में आ़िािी के िीवानों को
                      ं
 िररवार और आस-िास के लोगों को भी   िेंपटंग  और  आपट्टनसटक  सकेचेज़  बनान  े  अनुशासन और स्म से पसपद की प्रानपत   एक सच्ी श्रदांिपल होगी। इसपलए मेरा
 ‘सवचछ सागर और सुरपक्त सागर’ के   का काम भी होता है। कई िगहों िर तो   और उसके बाि पवि् का िवषि, ्ही तो   आिसे पनवेिन है इस बार खािी, हैंडलूम
 आि  प्रपसद  व्नकत्ों  के  सकेचेज़  और   िीवन में पकसी भी लक्् को प्रापत करन  े  ्ा हैणडीक्राफट, इस प्रोडकट को खरीिने
 उनके  इंसिीएरेशनल  कोटस  भी  िेख   का मागषि होता है। िशहरे के बाि धनतेरस   के आि सारे परकॉड्ट तोड़ िें। हमने िेखा
 सकते हैं। बेंगलुरु के ्ि ़िॉर िररवतषिन   और िीवाली का भी िवषि आने वाला है।
 ू
 के प्र्ासों के बाि मैं आिको मेरठ के   सापि्ो, बीते व्शों से हमारे त्ोहारों













 8                                      9 9 9
 8
   8   9   10   11   12   13   14   15   16   17   18