Page 52 - Mann Ki Baat - Hindi (September, 2022)
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हीरो उतिािों के पलए वोकल होकर इ्हें
             “प्रधानमत्री  नर्द्र  मोिी  के
                   ं
                          े
                                                                                                                        े
                                                                                                                           �
         ‘वोकल  ़िॉर  लोकल’  िनषटकोण  के   नए पक्पति तक ले िाने का है।                                        भारत क हडलूम
                            ृ
                                                           ं
         पलए ध््वाि, िो सिानी् लोगों को       िैसापक  प्रधानमत्री  ने  इस  सीज़न                    'वोकल फॉर लोकल' अ भयान को मज़बत करत   े
                                                                                                                                   ू
         न  केवल  अिने  उतिािों  को  सिानी्   में  सिानी्  खािी,  हिकरघा  और                हडलूम बनाई भारतीय सा �तक �वरासत क सबस सम  और सबस जीवत पहलुओं
                                                                                                                             े
                                                                                                  ु
                                                                                                            ं
                                                                                                              ृ
                                                                                             �
                                                                                                                         े
                                                                                                                                            ं
                                                                                                                                        े
                                                                                                                                ृ
         सतर िर बेचने और बढ़ावा िेने में मिि   हसतपशलि उतिािों की खरीि कर सभी                        म स एक ह। भारत दु नया म हडलूम उ ाद� का दूसरा सबस  े
                                                                                                       े
                                                                                                                      �
                                                                                                                       �
                                                                                                           ै
                                                                                                      �
         कर रहा है, बनलक उ्हें पवशव-सतर िर   ररकॉड्ट तोड़ने का आह्ान पक्ा है, तो ्ह                 बड़ा  नयातक ह, �जसका �नयात 2018-19 म ₹380.4 करोड़ था।
                                                                                                                               �

                                                                                                             ै
                                                                                                                      �
         पन्ाषित कर रहा है।”               सम् ‘वोकल ़िॉर लोकल’ के उनके
                                            ृ
                                           िनषटकोण  का  पवसतार  कर  ‘लोकल                               भारत क कछ बेहतरीन ह�डलूम क  एक झलक:
                                                                                                               ु
                                                                                                             े
                                   ु
                      -श्री कृषण िाल गिषिर   ़िॉर  गलोबल’  को  बढ़ावा  िेने  और
                                                                                        ै
                                                                                                                                                     ं
                                    ं
          पबिली और भारी उद्ोग राज् मत्री   आतमपनभषिर भारत के एक नए ्ुग की              पठणी                                                        बाधनी
                                                                                                                                                   गजरात
                                                                                       महारा
                                                                                                                                                    ु
            खािी,  सबसे  लोकपप्र्  भारती्   शुरुआत करने का भी है।                      मराठी सा�ड़य� क  रानी,  पठणी को                 गजरात का गौरव, बाधनी सा�ड़य�
                                                                                                                                                 ं
                                                                                                                                       ु

                                                                                                      ै
        उतिािों में से एक है, पिसकी माँग पिछल  े                                       अपना नाम औरंगाबाद क एक                         को हाथ स रंगा जाता ह और इसम ै  �
                                                                                                                                                  ै
                                                                                                                                           े
                                                                                                     े
                                                        ं
                                                                                                                                         कई घट� का �म लगता ह।
                                                                                                                                             ं
                                                                                               े
                                                                                           ै
        कुछ व्शों में तेिी से बढ़ी है और िपन्ा     प्रधानमत्री का आह्ान                 शहर पठण स �मला । यह मराठा                        इस 4,000 स अ�धक हाथ स  े
                                   ु
                   ़
                                                                                                                                          े
                                                                                                                                                े
                                                                                       सा�ा  क  शाही म�हलाओं �ारा
                     ू
                     ँ
        भर में इसकी गि है। प्रवासी भारती्   2  अकटूबर  को  बािू  की  ि्ंती  के         पहना जान वाला प�रधान था।                            बनी �ई गाठ� और एक
                                                                                                                                                 ँ
                                                                                                                                            ु
                                                                                             े
                                                                                                                                               े
        और  िपन्ा  भर  के  लोग  खािी  उतिाि   अवसर  िर  हमें  इस  अपभ्ान  को                                                          रंगीन �म�ण स बनाया जाता ह। ै
             ु
                                                 े
                                                 ़
        खरीि रहे हैं, उिहार में िे रहे हैं और साि   और ति करने का संकलि लेना है।       कनबी                                                     मगा  स
                                                                                        ु
                                                                                                                                                 ूं
        ही  उनका  प्रचार  भी  कर  रहे  हैं।  खािी   खािी, हिकरघा, हसतपशलि...इन सभी     गोवा                                                         असम
                     ं
        आि एक बड़ा ब्राड बन ग्ा है। पवपभन्   उतिािों  के  साि  आिको  सिानी्             कनबी गोवा क लोग� क
                                                                                               े
                                                                                        ु
                                                                                                                                                  �
                                                                                                                                       ूं
                 ़
        भारती् पडिाइनरों ने भी हीरो िैपब्रक   सामान  ़िरूर  खरीिना  चापहए।             पारंप�रक हाथ स बनी �ई साड़ी ह ै                 मगा �स  असम म बनाया और
                                                                                                  ु
                                                                                                 े
                                                                                                                                      पहना जान वाला एक मनमोहक
                                                                                                                                            े
                                                                 ं
                           ़
        के  रूि  में  खािी  के  पडिाइनर  उतिाि     आपखर िवषि का असली आनि तभी है,       �जसका आधार चमकदार लाल                            व  ह। साड़ी बनान म 10 या
                                                                                                                                            ै
                                                                                                                                                     �
                                                                                                                                                   े
                                                                                                       े
                                                                                                      े
                                                                                                े
                                                                                                  ै
                                                                                              े
                                                                                       होता ह, �जस चक पटन स बहतर
                                                                                           ै
                                                                                                    �
            ु
        प्रसतत पकए हैं। ्ह सम् इन सिानी्    िब सभी इसका पहससा बनें।                    बनाया जाता ह। ै                                   उसस अ�धक �दन लगत ह। �
                                                                                                                                            े
                                                                                                                                                       े

                                                                                        ु
                                                                                       क ू शॉल                                                   मसर  स
                                                                                                                                                    ू
                                                                                                                                                  ै

                                                                                        हमाचल �दश                                                   कनाटक
                                                                                                े
                                                                                                      े
                                                                                       क ू शॉल शानदार कपड़ स  े
                                                                                        ु
                                                                                                                                                  े
                                                                                                                                            ू
                                                                                                                                          मसर �स  बहद नरम ह  ै
                                                                                                                                          ै
                                                                                       बन होत ह, �जसक चार� ओर
                                                                                                 े
                                                                                            े
                                                                                             �
                                                                                         े
                                                                                                                                                       ु
                                                                                                                                                े
                                                                                                                                           और इस ज़री और श
                                                                                             �
                                                                                            ू
                                                                                       स��चपण  ा�मतीय आक�तया ँ
                                                                                                      ृ
                                                                                        ु
                                                                                                                                           रेशम स बनाया जाता ह। ै
                                                                                                                                               े
                                                                                                 ु
                                                                                       होती ह और इस प�ष और
                                                                                                े
                                                                                           �

                                                                                       म�हलाऐं दोन� पहन सकत ह। ै
                                                                                                      े
                                                                                       कलमकारी                                                      चदरी
                                                                                                                                                      े
                                                                                                                                                     ं
                                                                                             े
                                                                                         ं
                                                                                                                                                      े
                                                                                       आ� �दश                                                   म  �दश
                                                                                                                                        ं
                                                                                                                                         े
                                                                                                                                       चदरी एक ह   और शानदार
                                                                                       �व�भ  �डज़ाइन�, �पाकन� और
                                                                                                    ं
                                                                                                                                           ै
                                                                                                                                              े
                                                                                                                                                     े
                                                                                                                                                   े
                                                                                                                                       साड़ी ह �जस म� �दश क एक
                                                                                                   े
                                                                                       कहा�नय� को हाथ स छापकर
                                                                                                                                              े
                                                                                                                                      छोट स शहर स अपना नाम �मला
                                                                                                                                        े
                                                                                                                                         े
                                                                                       तयार क  गई इन सा�ड़य� को
                                                                                        ै
                                                                                                                                                   ु
                                                                                                                                     ह। साड़ी को एक साथ सनहरी ज़री
                                                                                                                                      ै
                                                                                                �
                                                                                       कपड़ा उ�ोग म अ�धक स ा�नत
                                                                                                                                          और रेशम स बना जाता ह। ै
                                                                                                                                                 े
                                                                                                                                                  ु
                                                                                       माना जाता ह। ै

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