Page 67 - Mann Ki Baat - Hindi (September, 2022)
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भारत में रीबी उन्मूिन क प्रयासों क लिए
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 महत्त्पमूण्श ह सामुदातयक उर्रदातयत्व

 की  िाती  है।  इस  क्त्र  में  टीबी-प्रभापवत
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 अनुमापनत  30-80  प्रपतशत  िररवार  मु़फत
 टीबी पनिान और उिचार सेवाओं को प्रापत
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 करने के बाविि बड़ी रापश व्् करते हैं।
 कोपवड-19  महामारी  ने  टीबी  के
 सामापिक  और  आपिषिक  पनधाषिरकों  को
 गहन  बना  पि्ा  है,  इस  क्त्र  के  लाखों
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 लोगों  को  अत्पधक  ग़रीबी  में  धकेल
 पि्ा है और कुिो्ण को बढ़ा पि्ा है।
 िूनम खेत्रिाल  एक  अनुमान  के  अनुसार  2019  में  इस
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 क्ेत्री् पनिेशक, िपक्ण-िवषि एपश्ा, WHO  क्त्र में टीबी के लगभग एक पमपल्न
 नए मामले सामने आए हैं।
 आि  और  आने  वाले  महीनों  तिा
 व्शों  में  इन  पनधाषिरकों  का  िता  लगाना
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 और टीबी-प्रभापवत समिा्ों को सशकत
 बनाना  महत्विूणषि  है  और  इस  पिशा  में
 भारत आगे बढ़कर काम कर रहा है।  2020  में  प्रधानमत्री  के  टीबी  को   अपधक-से-अपधक  रोपग्ों  को  उिचार
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 पवशव  सवासर्  संगठन  (WHO)  की   अकटूबर  2021  में  क्ेत्र  के  िेशों–   समापत करने के िृनषटकोण के अनुरूि   िूरा करने, इस कलंक से छुटकारा िान  े
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 िपक्ण-िूवषि  एपश्ा  क्त्र  की  आठ  प्रमुख   भारत,  इंडोनपश्ा  और  निाल  द्ारा   भारत ने टीबी के पखलाि लड़ाई को ‘िन   और टीबी-प्रभापवत िररवारों के भारी खचगे
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 प्रािपमकताओं,  सतत  पवकास  लक््ों   स्ुकत  रूि  से  आ्ोपित  एक  वचुषिअल   आिोलन’ में बिल पि्ा है। 2018 में शुरू   कम करने में मिि पमलेगी।
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 और टीबी के वनशवक अंत की रणनीपत   मपत्रसतरी् बैठक में टीबी उ्मलन के   की गई पन-क्् िो्ण ्ोिना के अंतगषित   िी-20 के अगले अध्क् के रूि में
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 के अनुरूि, 2030 तक टीबी को समापत   पलए कारषिवाई को नवीनीकृत करने, 2018   टीबी रोपग्ों को प्रपत माह 500 रुि्े का   भारत  के  िास  2030  तक  टीबी  को
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 करने के प्र्ासों में तिी लाने के पलए   के पिलली End TB पशखर सममलन की   प्रत्क् लाभ पि्ा िा रहा है। 2021 में रोगी   समापत  करने  की  लड़ाई  में  अिन  े
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 सामिाप्क सवापमतव और सशनकतकरण   प्रपतबदता  और  क्त्र  की  कारषिवाई  िर   सहा्ता  गपतपवपध्ों  के  पलए  पवत्ती्   वनशवक नेतृतव को बढ़ाने और 2023 में
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 महत्विणषि हैं।  पवचार पक्ा ग्ा।  िररव््  100  पमपल्न  अमेररकी  डॉलर   इस  बारे  में  स्ुकत  राषट्  की  उच्-
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 टीबी के इलाि के पलए 1944 से ही   सिस् िेशों ने 2030 तक टीबी को   से अपधक िा।  सतरी्  बैठक  के  िौरान  अिनी  कई
 एक  प्रभावी  एंटीबा्ोपटक  उिलबध  है।   समापत करने की पिशा में एक नई क्ेत्री्   साि  ही  ‘प्रधानमत्री  टीबी-मुकत   उिलनबध्ों को प्रिपशषित करने का एक
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 हालापक  टीबी  के  पखलाि  लड़ाई  न  े  का्षिनीपतक ्ोिना का भी समिषिन पक्ा,   भारत  अपभ्ान’  के  अंतगषित  पसतमबर   अनूठा अवसर है।
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 िरमिरागत  रूि  से  एक  िैव  पचपकतसा   पिसमें  इस  समिा्  के  नेतृतव  वाली   2022  में  शुरू  पक्ा  ग्ा  ‘Adopt  a  TB   मैं भारत की सिलता की कामना
 िनषटकोण का िालन पक्ा है, िो ग़रीबी   पनगरानी, टीबी गवननेंस में भागीिारी एव  ं  Patient'  (एक  टीबी  रोगी  को  अिनाएँ)   करती हँ और सभी भारती्ों को टीबी-
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 और कुिो्ण िैसे प्रमुख सामापिक और   सहभापगता कानून और नीपत में सुधार   अपभ्ान’,  सभी  टीबी  रोपग्ों  को   मुकत भारत, टीबी-मुकत िपक्ण-िवषि एपश्ा
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 आपिषिक पनधाषिरकों से अलग है।  के साि-साि नकि अंतरण और िो्ण   अपतररकत  िो्ण  सहा्ता  और  म़फत   क्ेत्र और टीबी-मुकत िपन्ा के पलए पवशव
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 िपक्ण-िूवषि  एपश्ा  क्त्र  में  टीबी  िर   समब्धी  सहा्ता  सपहत  सामापिक   पनिान उिलबध कराने के पलए त्ार है।   सवासर् संगठन के पनरंतर सह्ोग का
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 सवासर् व्् के तौर िर मोटी रकम खचषि   सुरक्ा काे बढ़ावा िेना शापमल हैं।  िवाएँ िहले से प्रिान की िा रही हैं। इससे,   आशवासन िेती हँ। ू
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