Page 11 - Mann Ki Baat- Speech
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                                                                                               भारत म� व�ु �नयार्त ने �पछल माह ही एक
                                                                                                                                    यह वा�व म� वै��क मंच पर एक प्र�त�ध� और
                             मेक इन इ�डया से मेक फॉर व�                             र्         नया �शखर छ ु आ ह। गत �व� वषर् म� अपन  े  लचीली अथर्�व�ा बनने क� �दशा म� भारत क�
                                              ं
                                                                                                             ै
                                                                                                                                                          ै
                                                                                                                                                                      े
                                                                                               समे�कत प्रयास� से भारत ने पहली बार 400   यात्रा म� एक मील का प�र ह। बढ़ता �नयार्त दश  ं
                                                                                                                                    म�  �ापा�रक  सहजता  और  हमारे  उ�ादन  एव
           ‘आ��नभर्र भारत’                                                                     अरब डॉलर यानी 30 लाख करोड़ रुपये का   सेवाओं क दु�नया क सभी कोन� तक पहुचने का
                                                                                                                                                   े
                                                                                                                                                                  ँ
                                                                                                                                           े
                                                                                                                  ै
                                                                                               आँकड़ा  पार  कर  �लया  ह।  हमारा  �पछला
                                                                                                                                                   ै
                                                                                                                                    एक स�ा प्र�त�ब�ब ह।
                                                                                                                                                         जुजर खोराक�वाला
                                                                                               सवर्श्रे� �नयार्त प्रदशर्न 331.02 अरब डॉलर
                                                                                                                                                                    े
                                                            �नयार्त क एक नए �शखर पर                                                                 अ�� एवं प्रबंध �नदशक,
                                                                   े
                                                                                               था जो 2018-19 म� हा�सल �कया गया था। यह
                                                                                                                                                          ै
                                                                                                                                                                      े
                                                                                                                                                     बायो�ड इ�डया �ल�मटड
                                                                                                                                                             ं
                                                                                               �ान रखना अ�ंत मह�पूणर् ह �क भारत स  े
                                                                                                                     ै
                                                   प्रक�त  क  आशीवार्द  क  बीच  फला  फला  ह  ै
                                                          े
                                                     ृ
                                                                               ू
                                                                    े
                                                                                                                                                                       े
                                                                                                                          ँ
              हमारे  �कसान,  हमारे  कारीगर,  हमारे                                             �नयार्त क� जाने वाली शीषर् पाँच व�ुए थ� -   2021-22  म�  400  �ब�लयन  डॉलर  क
                                                   भारत।                                                                             �नयार्त-ल�  क�  ऐ�तहा�सक  उपल��  रा�  म  �
                           ं
                                                                                                ं
                                                                                                                ं
              बुनकर,  हमारे  इजी�नयर,  हमारे  लघु                                              इजी�नय�र�ग  क�  व�ुए,  पेट्रो�लयम  उ�ाद,
                                                                                                                                     अंत�न��हत  �नमार्णश��,  उ�मशीलता  और
                                           े
              उ�मी,  हमारा  एमएसएमई  से�र,  ढर
                                                                       े
                                                           ृ
                                                   भारत ने प्रक�त का हर रंग दखा ह, यहाँ �व� क�   र� और आभूषण, रसायन और सभी व�        वै��क मांग क अनुरूप चपल उ�ादन को सश�
                                                                          ै
                                                                                                                                               े
                                    े
                               े
              सारे अलग-अलग प्रोफशन क लोग, ये
                                                                        �
                                                                   ै
                                                                                 ै
                                                   सबसे  समृ�  धरती  ह  और  ह  हर  तरफ  फली    एवं उनसे तैयार प�रधान।                रूप से प्रद�श�त करती ह। ै
                                     �
              सब  इसक�  स�ी  ताकत  ह।  इनक�                                                                                                              वीर एस. आडवाणी
                                                                                                                             े
                                                   न�दयाँ। यहाँ मौसम क� हर करवट ह और साथ       माचर्,  2022  को  प्रसा�रत  मन  क�  बात  क
                                                                             ै
                                                                                                                                                                    े
                                           े
              मेहनत  से  ही  400  �ब�लयन  डॉलर  क                                                                                                  उपा�� एवं प्रबंध �नदशक,
                                                      ै
                                                   ही ह औष�धय� और ख�नज� क� खान आ�द।            अपने स�ोधन म� प्रधानमंत्री नरे� मोदी ने                    �ू �ार �ल�मटड
                                                                                                                                                                      े
                                       ै
              ए�पोट का ल� प्रा� हो सका ह।
                    र्
                                                                                               कहा �क "हमारे �कसान, हमारे कारीगर, हमारे
                                                                          ृ
                                                             े
                                                   इतने वै�भ� क साथ उपल� प्राक�तक समृ�� ही
                                                                                                                                                                 े
                                                                                                                                                              े
                                                                                                                                                    े
                                                                                                                                          ं
                           प्रधानमंत्री नरे� मोदी                                              बुनकर,  हमारे  इजी�नयर,  हमारे  लघु  उ�मी,   'मेक इन इ�डया' उ�ाद दशभर यानी दश क दूर-दराज
                                                                                                          ं
                            े
                ( मन क� बात क अपने स�ोधन म� )      एक समय पर वै��क अथर्�व�ा म� 21% से अ�धक                                         कोन� म� ��त उ�ादन क�� से प्रा� होते ह। चाह वह
                                                                                                                                                                      े
                                                                                                                                                     े
                                                                                                                                                                  �
                                                                                               हमारा  एमएसएमई  से�र,  ढर  सारे
                                                                                                                        े
                                                            े
                                                   क योगदान क साथ हम� शीषर् पर बनाये हुए थी।                                       असम क हलाकांडी क लदर प्रोड� ह� या उ�ानाबाद
                                                    े
                                                                                                                                         े
                                                                                                                                                    े
                                                                                                                                                  े
                                                                                                                                           ै
                                                                                                                  े
                                                                                                            े
                                                                                               अलग-अलग  प्रोफशन  क  लोग,  ये  सब
                                                                                                                                   क हडलूम प्रोड�, बीजापुर क� फल-स��याँ ह� या
                                                                                                                                      �
                                                                                                                                    े
                                                                           े
                                                                       ृ
                                                   अपनी  उ�ादकता  और  प्रक�त  क  सहयोग  क      इसक� स�ी ताकत ह। इनक� मेहनत से ही
                                                                                    े
                                                                                                               �
                                                                                                                                   चंदौली का �क-राइस, सबका ए�पोट बढ़ रहा ह।
                                                                                                                                                                 र्
                                                                                                                                             ै
                                                                                                                                                                        ै
            भारत ने 2021-22 म� 400 अरब अमे�रक�
                                                   साथ जुड़कर भारत का पुरुषाथर् पुनः भारत को    400 �ब�लयन डॉलर क ए�पोट का ल�       अब आपको ल�ाख क� �व�-प्र�स� ए�प्रकोट दुबई म  �
                                                                                                               े
                                                                                                                       र्
            डॉलर का �ापा�रक �नयार्त ल� हा�सल
                                                   वै��क अथर्जगत म� आगे लाने को त�र ह और       प्रा� हो सका ह और मुझे खुशी ह �क भारत क   भी �मलगी और सउदी अरब म� त�मलनाडु से भेजे गए
                                                                                 ै
                                                                                                                     ै
                                                                                                          ै
                                                                                                                                         े
                                                                                                                             े
            �कया ह। ���त क� समी�ा और �नगरानी म  �
                 ै
                                                   इसी कड़ी म� हम पुनः वै��क �नयार्त को बढ़ाकर   लोग� का ये साम�र् अब दु�नया क कोने-कोन  े  कल �मलगे। अब सबसे बड़ी बात यह ह �क नए-नए
                                                                                                                                          �
                                                                                                                                                               ै
                                                                                                                                    े
                                                                                                                                      े
                                                                                                                     े
            सरकार क� सतत सहायता से �ापार और
                                                                                                                                                े
                                                                                                                                                             े
                                                                                                                                                              �
                                                                  े
                                                   ‘आ��नभर्र भारत’ क �� को वा��वकता            म�,  नए  बाजार�  म�  पहुच  रहा  ह।”  उ��ने  जोर   प्रोड�, नए-नए दश� को भेजे जा रह ह। जैसे �हमाचल,
                                                                                                              ँ
                                                                                                                    ै
            उ�ोग  क  म�  �व�ास  �वक�सत  हुआ  ह,  ै
                  े
                                                                                                                                                      े
                                                                                                                                                            े
                                                   क धरातल पर उतारते हुए ‘वोकल फॉर लोकल’       दकर  कहा  �क  "दु�नयाभर  म�,  भारत  म�  बनी   उ�राखण्ड़ म� पैदा हुए �मलट्स, मोट अनाज क� पहली
                                                    े
                                                                                                े
            �जससे  �नयार्तक�  और  �नमार्ताओं  को  वष  र्                                                                           खेप डनमाक को �नयार्त क� गयी। आंध्र प्रदश क क�ा
                                                                                                                                                                   े
                                                                                                                                       े
                                                                                                                                                                     ृ
                                                                                                                                                                े
                                                                                                                                           र्
                                                   से ‘लोकल फॉर �ोबल’ क� ओर बढ़ चल ह। �         चीज़� क� �डमांड बढ़ रही ह, दूसरा मतलब ये �क
                                                                                े
                                                                                                                ै
            2021-22 म� उ� �नयार्त वृ�� को �फर स  े                                                                                 और �च�ूर �जल क बंगनप�ी और सुवणर्रेखा आम,
                                                                                                                                              े
                                                                                                                                                े
                                                                                               भारत  क�  supply-chain  �दन�-�दन  और
                                                                                                                                                                 ु
                                                                                                                                                                     े
            शुरू करने म� काफ� फायदा हुआ ह। ै                                                                                       द��ण  को�रया  को  �नयार्त  �कय गए। �त्रपरा स ताज  े
                                                                                                                                                          े
                                                                                                          ै
                                                                                               मजबूत हो रही ह।"                    कटहल हवाई रा�े से ल�न �नयार्त �कये गए और तो
                               प्रदीप मु�ानी
                                                                                                                                                                  ं
                                                                                                                                                   �
                                                                                                                                   और पहली बार नागालड क� राजा �मचर् को लदन भेजा
                     पीएचडी चै�र ऑफ़ कॉमसर्
                                                                                                                                                      ँ
                                                                                                                                   गया। इसी तरह भा�लया गेहू क� पहली खेप गुजरात स  े
                                                                                                                                   क�ा और श्रीलका �नयार्त क� गयी। यानी, अब आप
                                                                                                                                    े
                                                                                                                                               ं
                                                                                                                                   दूसरे दश� म� जाएगे, तो मेड इन इ�डया प्रोड� पहल क�
                                                                                                                                               ं
                                                                                                                                                                      े
                                                                                                                                                         ं
                                                                                                                                        े
                                                                                                                                                         े
                                                                                                                                   तुलना म� कह� �ादा नज़र आयँगे।
                                              17                                                                                  18
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