Page 6 - Mann Ki Baat- Speech
P. 6

�
                                                       ै
            इसी तरह, एक और ��ाग्रही ह – उड़ीसा म�   आप हरान रह जाएगे �क नारायणन जी �ारा बाँट  े   सा�थय�, हमारे दश म� जल संर�ण, जल स्रोत�   पूरे गुजरात म� अनेक� बाव�ड़य� को पुनज��वत
                                                               ँ
                                                                                                             े
            पुरी क राहुल महाराणा। राहुल हर र�ववार को   गए बतर्न� का आँकड़ा एक लाख को पार करने जा   क�  सुर�ा,  स�दय�  से  समाज  क  �भाव  का   �कया  गया।  इससे  इन  इलाक�  म�  वाटर
                 े
                                                                                                                        े
            सुबह-सुबह पुरी म� तीथर् �ल� क पास जाते ह,   रहा ह। अपने अ�भयान म� एक लाखवां बतर्न वो
                                             �
                                                      ै
                                    े
                                                                                                                        े
                                                                                                                    ै
                                                                                                 �ह�ा रहा ह। मुझे खुशी ह �क दश म� बहुत से   लवेल(water level) को बढ़ाने म� भी काफ�
                                                                                                          ै
                                                                                                                                      े
                                        �
            और वहाँ plastic कचरा साफ करते ह। वो अब   गांधी जी �ारा �ा�पत साबरमती आश्रम म� दान
                                                                                                 लोग�  ने  Water  Conservation  को  life   मदद �मली। ऐसे ही अ�भयान आप भी �ानीय
                                                                                े
            तक सैकड़� �कलो plastic कचरा और गंदगी   कर�गे। आज जब गम� क मौसम ने द�क द दी ह,  ै
                                                                  े
                                                                                                                              े
                                                                                                 mission ही बना �दया ह। जैसे चे�ई क एक   �र पर चला सकते ह। Check Dam बनाने
                                                                                                                   ै
                                                                                                                                                     �
                      े
                              े
                        �
            साफ कर चुक ह। पुरी क राहुल ह� या ना�सक   तो नारायणन जी का यह काम हम सब को ज़रूर
                                                                                                      �
                                                                                                 साथी ह अरुण क�मू�त� जी ! अरुण जी अपने   ह�,  Rain  Water  Harvesting    हो,  इसम�
                                                                                                             ृ
            क  चंद्र�कशोर,  ये  हम  सबको  बहुत  कछ   प्रे�रत  करेगा  और  हम  भी  इस  गम�  म�  हमारे
             े
                                            ु
                                                                                                                                                                 �
                                                                                                     े
                                                                                                 इलाक म� तालाब� और झील� को साफ करने   Individual    प्रयास  भी  अहम  ह  और
                              े
                                                              े
            �सखाते  ह।  नाग�रक  क  तौर  पर  हम  अपने   पशु-प�ी �मत्र� क �लए पानी क� �व�ा कर�गे।
                    �
                                                                                                                                                            �
                                                                                                                  �
                                                                                                                े
                          ं
            कतर्�� को �नभाए, चाह ��ता हो, पोषण हो,                                               का अ�भयान चला रह ह। उ��ने 150 से �ादा   Collective Efforts भी जरूरी ह। जैसे आजादी
                              े
                                                                                                                                                             े
                                                                                                                                                                    े
                                                                                                                                      े
                                                                                                                                                          े
            या  �फर  टीकाकरण,  इन  सारे  प्रयास�  से  भी                                         तालाब�-झील�   क�   साफ-सफाई    क�   क अमृत महो�व म� हमारे दश क हर �जल म�
            �� रहने म� मदद �मलती ह। ै                                                            �ज�ेदारी  उठाई  और  उसे  सफलता  क  साथ   कम से कम 75 अमृत सरोवर बनाए जा सकते
                                                                                                                             े
                                                                                                                                        ु
                                                                                                 पूरा �कया। इसी तरह, महारा� क एक साथी   ह। कछ पुराने सरोवर� को सुधारा जा सकता
                                                                                                                                      �
                                                                                                                         े
                           े
           मेरे �ारे दशवा�सय�,
                                                                                                 रोहन  काल  ह।  रोहन  पेशे  से  एक  HR   ह, कछ नए सरोवर बनाए जा सकते ह। मुझे
                                                                                                                                                                  �
                                                                                                             �
                                                                                                          े
                                                                                                                                      ै
                                                                                                                                        ु
                              े
                                    े
            आइये  बात  करते  ह  करल  क  मुप�म  श्री
                            �
                                                                                                                           े
                                                                                                 Professional  ह।  वो  महारा�  क  सैकड़�   �व�ास  ह,  आप  इस  �दशा  म�  कछ  न  कछ
                                                                                                              �
                                                                                                                                                                    ु
                                                                                                                                            ै
                                                                                                                                                             ु
            नारायणन  जी  क�।  उ��ने  एक  project  क
                                             े
                                                                                                 Stepwells यानी सीढ़ी वाल पुराने कओं क   प्रयास जरूर कर�गे।
                                                                                                                                 े
                                                                                                                             ु
                                                                                                                      े
                       ै
                                    ै
            शुरुआत  क�  ह  �जसका  नाम  ह  –  ‘Pots  for
                                                                                                                       �
                                                                                                                     े
                                                                                                 संर�ण क� मु�हम चला रह ह। इनम� से कई
            water of life’. आप जब इस project क बारे म�
                                        े
                                                  सा�थय�,  म�  ‘मन  क�  बात’  क  श्रोताओं  से  भी
                                                                       े
                                                                                                                         �
                                                                                                  ु
                                                                                                   ं
                                                                                                 कए तो सैकड़� साल पुराने होते ह, और हमारी
            जान�गे तो सोच�गे �क �ा कमाल का काम ह। ै
                                                          ँ
                                                  आग्रह करूगा �क हम अपने संक�� को �फर स  े
                                                                                                                     �
                                                                                                                          ं
                                                                                                 �वरासत  का  �ह�ा  होते  ह।  �सकदराबाद  म�
                                                  दोहराए। पानी क� एक-एक बूँद बचाने क �लए
                                                       ं
                                                                               े
            सा�थय�,  मुप�म  श्री  नारायणन  जी,  गम�  क
                                             े
                                                                                                            ु
                                                                                                                                 ै
                                                           ु
                                                  हम जो भी कछ कर सकते ह, वो हम� जरूर करना        बंसीलाल-पेट कआँ एक ऐसा ही Stepwell ह।
                                                                      �
            दौरान पशु-प��य� को पानी क� �द�त ना हो,
                                                  चा�हए। इसक अलावा पानी क� Recycling पर          बरस� क� उपे�ा क कारण ये stepwell �म�ी
                                                           े
                                                                                                              े
                े
                          े
            इसक �लए �म�ी क बतर्न बांटने का अ�भयान
                                                  भी हम� उतना ही जोर दते रहना ह। घर म� इ�ेमाल
                                                                        ै
                                                                 े
                                                                                                                     े
                  े
            चला रह ह। ग�म�य� म� वो पशु-प��य� क� इस                                               और कचरे से ढक गया था। ल�कन अब वहाँ इस
                    �
                                                                                   ै
                                                  �कया हुआ जो पानी गमल� म� काम आ सकता ह,
                      े
            परेशानी को दखकर खुद भी परेशान हो उठते थे।   Gardening  म� काम आ सकता ह, वो जरुर      stepwell को पुनज��वत करने का अ�भयान
                                                                            ै
            �फर उ��ने सोचा �क �� ना वो खुद ही �म�ी   दोबारा इ�ेमाल �कया जाना चा�हए।              जनभागीदारी से शुरू हुआ ह। ै
                               �
             े
            क बतर्न बाँटने शुरू कर द ता�क दूसर� क पास
                                         े
                                                     े
                                                  थोड़  से  प्रयास  से  आप  अपने  घर  म�  ऐसी
                                                                                                 सा�थयो, म� तो उस रा� से आता हू, जहाँ पानी
                                                                                                                          ँ
            उन बतर्न� म� �सफ पानी भरने का ही काम रह।   �व�ाए बना सकते ह। रहीमदास जी स�दय�
                                            े
                         र्
                                                                   �
                                                         ं
                                                                                                 क� हमेशा बहुत कमी रही ह। गुजरात म� इन
                                                                                                                      ै
                                                                                �
                                                        ु
                                                  पहल,  कछ  मकसद  से  ही  कहकर  गए  ह  �क
                                                      े
                                                                                                                       �
                                                  ‘र�हमन पानी रा�खए, �बन पानी सब सून’। और        Stepwells  को  वाव  कहते  ह।  गुजरात  जैसे
                                                            े
                                                  पानी बचाने क इस काम म� मुझे ब�� से बहुत        रा� म� वाव क� बड़ी भू�मका रही ह। इन कओं
                                                                                                                          ै
                                                                                                                               ु
                                                         ै
                                                  उ�ीद  ह।  ��ता  को  जैसे  हमारे  ब��  न  े
                                                                                                            े
                                                                                                                    े
                                                                                                 या बाव�ड़य� क संर�ण क �लए ‘जल मं�दर
                                                  आंदोलन बनाया, वैसे ही वो ‘Water Warrior’
                                                                                                 योजना’ ने बहुत बड़ी भू�मका �नभाई।
                                                  बनकर, पानी बचाने म� मदद कर सकते ह। �
                                              07                                                                                  08
   1   2   3   4   5   6   7   8   9   10   11