Page 14 - Putting Farmers First Hindi
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किसान सम््भि सुधारों िी आवशयिता

             बाजारों में कभन्नता


             प्रत्यषेक बाजार एक अलग-अलग सवतंत्र इकाई के रूप िें का्य्थ करता है
             जो राज्य के भीतर तरा अंतरराज्यी्य व्यापार िें बाधा रालता है।

             अपया्भपत बाजार

             इसके सार-सार बढती उपज के अनुरूप प्या्थपत बाजार की किी रही है।

             बाजार शुलि और अनय शुलि

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             करों और खत स बाजार तक मलए जान वाल अन्य किीरन की वजह स         षे
             जहां उपज की अंमति उतपाद के िूल्य िें वृमधि होती है वहीं मकसानों की
             आ्य िें किी होती है।
             अपया्भपत बुकनयादी ढांचा

             बाजार  करों  के  बावजूद,  बाजारों  का  बुमन्यादी  ढांचा  अमवकमसत  है
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             जो मक  आधुमनक सपलाई चन स िषेल नहीं खाता।
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             फसल िटाई िे बाद घाटा

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             अप्या्थपत बुमन्यादी ढांच की वजह स फसल कटाई के बाद का राटा
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                                                     षे
             बढता ही ग्या जो 2014 िें अनुिामनत रूप स 90,000 करोड़ रुप्यषे स  षे
             अमधक हो ग्या।
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          7 | अन्नदाता क हितों को समह्त मोदी सरकार
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