Page 51 - Putting Farmers First Hindi
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बकसानों के बलए कज्भ करी सुबवधा

               वि्थ 2020-21 के मलए 15 लाख करोड़ रुपए का कृमि ऋण लक््य

             मनधा्थररत मक्या ग्या है। ्यह ररकॉर्ड रामर है।
               मकसानों न 2013-14 िें 7.3 लाख करोड़ रुपए की रामर कज्थ
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             के रूप िें ली जो 2019-20 िें बढकर 13.73 लाख करोड़ रुपए हो

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             गई। इस तरह स मनजी कज्थ दन वालों के चंगुल स अमधक स अमधक
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             मकसानों को बचा्या जा सका है।
               मकसान  क्रेमरट  कार्ड  के  िाध्यि  स  2.5  करोड़  मकसानों  को
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             2 लाख करोड़ रुपए के रर्या्यती कज्थ भी मदलान का मवचार है।
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               रर्या्यती  कज्थ  मदलान  के  मलए  मवरषेि  अमभ्यान  चला्या  ग्या
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             है। प्रधानित्री-मकसान राटा बस की तुलना मकसान क्रेमरट कार्ड
             राटा बस स की गई है तरा वंमचत मकसानों की पहचान कर उन तक
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             सुमवधा पहुंचाई जा रही है।
               इस अमभ्यान िें 1.6 करोड़ नए मकसानों को 1.35 लाख करोड़
             रुपए का अमतररकत कज्थ मदला्या ग्या है।
               ब्याज िें रर्या्यत का लाभ मकसानों की परुपालन और िछली

             पालन जैसी सहा्यक गमतमवमध्यों के मलए धन की जरूरत को पूरा
             करन के मलए मद्या ग्या है।
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                                           अन्नदाता क हितों को समह्त मोदी सरकार | 44
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