Page 58 - Mann Ki Baat - November2022
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“मसकुिर  फडसट्ॉफ़ी  (एमडी)    और  अनय  नयूरोमसकुिर  फ्कारों  से
         की  शुरुआत  हािों  और  पैरों  की   प्रभाफ्त परर्ारों के जी्न को बदि रहा
         मांसपेफशयों में होती है, िफकन आगे   है। इस एसोफसएशन ने मान् मतनदर की
                             े
         बढ़  कर  यह  हृदय  की  मांसपेफशयों   सिापना  करके  इस  बीमारी  से  पीफड़त
         और  ििड़ों  के  आस-पास  की        वयत्तयों  के  फिए  एक  बेहतर  दुफनया
                े
         मांसपेफशयों  सफहत  हर  मांसपेशी  को   बनाने  के  अपने  दृतषटकोण  को  आगे
         प्रभाफ्त  करती  है।  ्त्यमान  में  हम   बढ़ाया है। 277.54 ्ग्य मीटर के क्षेत् में
         कम से कम 30-40 प्रकार के एमडी
                                            ै
         के बारे में जानते हैं। फ्फभन् प्रकार   ििी  मान्  मतनदर  की  सात  मंफज़िा
         की  फफ़फज़योिेरेपी  रोगी  को  उनकी   इमारत में 50 से अफधिक रोफगयों के फिए
         फ्फभन्  मांसपेफशयों  की  ताकत  को   बेड के साि-साि पया्यपत वहीिचेयर की
         बरकरार रखने में मदद कर सकती      सुफ्धिा और फफ़फज़योिेरेपी, इि्ट्ोिेरेपी
                                                                े
         है।”                             और हाइड्ोिेरेपी उपचार और फचफक्सा
                  -डॉ. फगररराज रतन चांडक  से्ाएँ उपि्धि हैं। केनद्र सुंदर पहाफड़यों
                फचफक्सक-्ैज्ााफनक, सेनटर   और घाफटयों से फघरा हुआ है और एक
              ़िॉर सेलयुिर एंड मॉफि्यूिर
                             बायोिॉजी     अनुकूि  ्ाता्रण  को  बढ़ा्ा  देता  है,
                                          जहाँ मसकुिर फडसट्ॉफ़ी के रोफगयों की
                           ू
        सामुदाफयक प्रयास महत््पण्य हैं।   वयापक देखभाि का प्रबनधिन है।
            फहमाचि  प्रदेश  के  सोिन  में  एक   इस  केनद्र  की  सबसे  उ्साह्धि्यक

        ऐसा  केनद्र  है,  जो  मसकुिर  फडसट्ॉफ़ी   फ्शे्ता  यह  है  फक  इस  संसिा  का
        के रोफगयों के फिए आशा की फकरण के   प्रबनधिन  मुखय  रूप  से  इस  बीमारी  से
        रूप में उभरा है। इसका नाम है ‘मान्   पीफड़त  वयत्त  ही  करते  हैं।  सामाफजक
        मतनदर’,  फजसे  इंफडयन  एसोफसएशन   काय्यकता्य  उफम्यिा  बालदी,  IAMD  की
        ऑफ़  मसकुिर  फडसट्ॉफ़ी  (IAMD)  द्ारा   अधयक्ष  संजना  गोयि,  फ्पुि  गोयि,
        संचाफित फकया जा रहा है। मान् मतनदर   और इस एसोफसएशन के अनय सदसय
        अपने नाम के अनुरूप ही मान् से्ा की   इस  संगठन  की  रीढ़  हैं  और  ्े  इसे
        अद ्भुत फमसाि है। यह मान् जाफत की   रोफगयों के फिए एक फचफक्सीय आश्य
        से्ा की भा्ना को अपने मूि में रखते   बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।
        हुए  मसकुिर  फडसट्ॉफ़ी  के  रोफगयों  के   हर तरह की हाई-टेक सफ्धिाओं के
                                                               ु
        स्ासरय िाभ के फिए और इस रोग के    ज़ररए मरीज़ों के जी्न में सकारा्मक
        प्रफत  जागरूकता  पैदा  करने  का  काम   बदिा्  िाने  के  फिए  केनद्र  िगातार
        कर रहा है।                        प्रयासरत  है।  ‘फपकफनक  फ्द  पप्यस’,
            IAMD 1992 से मसकुिर फडसट्ॉफ़ी   ‘पुन्ा्यस फशफ्र’, ‘बाग्ानी’ और कई


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