Page 61 - Mann Ki Baat - November2022
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           व़िज़ियोथरपेपी विजभन्न मांसपपेजशयों की ताकत को बरकरार रखती ह ै
              “मैं डॉ. फगररराज रतन चांडक, एक
          फचफक्सक-्ैज्ााफनक  के  रूप  में  सेनटर
          ़िॉर सेलयुिर एंड मॉफि्यूिर बायोिॉजी
          में  काय्यरत  हँ।  मसकुिर  फडसट्ॉ़िी
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          (एमडी) एक दभा्यगयपण्य ्ंशानुगत बीमारी
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          है, फजसमें आपके शरीर की मांसपफशया  ँ
          काम करना बनद कर देती हैं और समय
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          के साि मांसपफशयों का उपयोग न करन  े
          के कारण ्े ढीिी हो जाती हैं और उनकी
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          ्ॉलयम  और  ताकत  कम  हो  जाती  है।
          एमडी  की  शुरुआत  हािों  और  पैरों  की   मांसपफशयों  की  ताकत  को  बरकरार
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          मांसपफशयों में होती है, िफकन आगे बढ़   रखने  में  और  उनह  आसानी  से  अपना
              े
                                                          ें
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          कर यह हृदय की मांसपफशयों और ििड़ों   फनयफमत  जी्न  जीने  में  मदद  कर
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          के आस-पास की मांसपफशयों सफहत हर   सकती है।
          मांसपेशी  को  प्रभाफ्त  करती  है।  इसी   इस बीमारी की रोकिाम ही इसका
          ्जह से मसकुिर फडसट्ॉ़िी एक घातक   एकमात्  इिाज  है।  सबसे  पहिे  और
          बीमारी मानी जाती है। एमडी का एक और   सबसे महत््पण्य, रोफगयों को एक अचछे
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          पहिू यह है फक यह फकसी भी उम्र और   नयरोिॉफजसट से सिाह िेनी चाफहए और
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          फिंग के वयत्त को प्रभाफ्त कर सकती   फिर रोगी को फकस तरह की बीमारी है,
          है, इसका कारण यह है फक एमडी फ्फभन्   यह समझने के फिए अन्ाफशक परीक्षण
                                                               ं
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          प्रकार की होती हैं, इसफिए यह फ्शिे्ण   के फिए जाना चाफहए। यफद फकसी मफहिा
          करना महत््पण्य है फक रोगी फकस प्रकार   को  यह  फबमारी  है  और  ्ह  गभ्य्ती
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          की एमडी से पीफड़त है। ्त्यमान में हम   होने की योजना बना रही है, तो डॉ्टर
          कम-से-कम 30-40 प्रकार की एमडी के   उसका माग्यदश्यन कर सकते हैं, साि ही
          बारे में जानते हैं।               गभा्य्सिा के दौरान गभ्य से एमफनयोफटक
              एमडी  के  बारे  में  एक  और  भी   ़फिइड  फिया  जा  सकता  है  ताफक  यह
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          दभा्यगयपण्य तरय यह है फक इसका कोई   पता चि सके फक रोग फशशु को प्रभाफ्त
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          इिाज उपि्धि नहीं है। इसफिए एमडी के   करेगा या नहीं।
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          फिए प्रमुख उपचार अप्रभाफ्त मांसपफशयों   साि ही, इसका इिाज खोजने के
          को सफक्रय रखना और उनकी ताकत को    फिए भारत और दूसरे देश इस क्षेत् में
          तसिर रखना है। कई डॉ्टर मरीज़ को   कािी  शोधि  कर  रहे  हैं।  हमें  उममीद  ह  ै
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          सटेरॉयड  देते  हैं,  िफकन  मेरे  फहसाब  स  े  फक  जीन-एफडफटग,  मसि-सपेफसफिक
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          फफ़फज़योिेरेपी उपचार में बहुत महत््पण्य   िेरेपी जैसी तकनीकों की मदद से रोफगयों
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          भफमका  फनभाती  है।  फ्फभन्  प्रकार  की   को फनकट भफ्षय में ठीक होने में मदद
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          फफ़फज़योिेरेपी  रोगी  को  उनकी  फ्फभन्   फमिेगी।”
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