Page 17 - Mann Ki Baat- Speech
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प�ायत� �ारा �ेत्रीय �र पर अरुलमोझी सरवनन : म�हला उ�मी, अरुलमोझी मदुरई �ज़ल क उ�सलमप�ी इस दृढ़ संक� से उ��ने क� सरकार क� मुद्रा
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ऑनलाइन क्रय-�वक्रय क� अनुम�त क प्रधानमंत्री तक प्रयोग करते ह �जनक उ�ाद शहर क पास एक छोट से गाँव म� पली-बढ़ी। योजना क तहत 50,000 रुपये क ऋण क �लए एक
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�लए GeM को प�ायती-राज सं�ान� वह 12व� क�ा क बाद अपनी पढ़ाई जारी नह� ब�क से संपक �कया। �फर उ��न थोक बाजार� स े
हर सफलता क� कहानी एक सपने से शुरू नह� होती
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रख पा�, ���क उनका प�रवार उ� कॉलज
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क साथ एक�कत करने क �लए भी उ�ाद खरीदने क �लये नकद धन का इ�ेमाल
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ह। कछ को �लखती ह प�र���तयाँ और बेहतर जीवन
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भेजने का खचर् नह� उठा सकता था। 19 साल
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कदम उठाए जा रह ह। ‘GeM SAHAY’ प्रा� करने क� आव�कता। त�मलनाडु क मदुरई क� �कया और मुनाफ को वापस उ�ोग म� लगा �दया।
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क� आयु म� उनका �ववाह हो गया था। इसक
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छोट �वक्रताओं को GeM पर प्रा� ऑडर अरुलमोझी सरवनन क� ऐसी ही एक कहानी ह।
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तरंत बाद वह एक बेट क� माँ बन ग� और अरुलमोझी साइट पर उ�ाद� का �ववरण अपलोड
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क �लए �व�भ� एक�कत ऋणदाताओं 243 रुपये क एक ऑडर से ऑनलाइन �वसाय शुरू उनका प�रवार मदुरई शहर म� बस गया। अपनी करती ह, उ�ाद क� आपू�त� करती ह और उ��न े
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से �व�पोषण प्रा� करने क� सु�वधा करन वाली अरुलमोझी अब लाख� क ऑडर स�ालती बेटी क ज� क दो साल बाद अरुलमोझी न े मदद क �लए अपने प�रवार क पांच सद�� क�
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उपल� करवाने वाली एक अ�भनव ह। उनक धैयर् और दृढ़ संक� क� कहानी इतनी प्रेरक ह ै एक प्र�श�ण पा�क्रम म� दा�खला �लया, सहायता ली ह। वह खरीद और पै�क � ग से लकर
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�क प्रधानमंत्री ने अपने मन क� बात स�ोधन म� उनका ल�कन काम क� तलाश नह� क� ���क उ� � �डलीवरी तक क� पूरी प्र�क्रया क� �नगरानी करती ह �
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पहल ह।
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उ�ख �कया ह। ै लगा �क अगर उ� नौकरी �मल गई तो वह और लह स�हत दश क दूर-दराज क इलाक� म �
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यह पोटल �द�ांग उ��मय� क� अपने ब�� क� दखभाल नह� कर सकती।
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ऑडर भेज चुक� ह। कछ साल पहल उ� पीएमओ स े
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सावर्जा�नक क्रताओं तक पहुच भी
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वे काम क �लए घर से दूर उ�म �कए �बना 1,600 रुपये क थमर्स �ा� क� आव�कता
सु�न��त करवाता ह, जहाँ वे अपन े
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अपनी पा�रवा�रक खचर् को पूरा करने क प्रा� हुई। उ��ने ऑडर क साथ प्रधानमंत्री को एक
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शानदार उ�ाद� का प्रदशर्न कर सकते ह। अवसर� क� तलाश कर रह� थ�। तभी उ� � "ध�वाद नोट" भेजा, �जसम� उ��ने बताया �क
जैसे-जैसे GeM सावर्ज�नक खरीद क GeM क बारे म� पता चला। उ��ने कायार्लय कसे GeM और मुद्रा योजना जैसी सरकारी
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बढ़ते आँकड़� क साथ बढ़ता जा रहा ह, से स���त उ�ाद� क� आपू�त� क �लए योजनाओं ने उ� आ�थ�क रूप से �तंत्र होने और
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GeM पर प�ीकरण कराया। उ��न े
इसक� बढ़ती पारद�श�ता, सुलभता और उनक� पा�रवा�रक आय को बढ़ाने म� मदद क� थी।
40,000 रुपये म� अपने गहने तक �गरवी
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�वसाय म� सरलता क कारण इससे जुड़ े
रख �दए और धीरे-धीरे उ�ाद� को खरीदना प्रधानमंत्री ने अ�र अरुलमोझी को एक उदाहरण
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उ��मय� क� द�ता म� वृ�� होना तय ह।
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शुरू कर �दया। उ��ने अपना पहला ऑडर क रूप म� उ�ृत �कया ह �क अपने �दमाग से एक
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GeM पोटल दश का सबसे बड़ा और प्रा� करने से पहल दो महीने तक धैयर्पूवर्क म�हला खुद को कसे सश� बना सकती ह। ै
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सवर्सुलभ प्रो�ोरम�ट पोटल बनने क प्रती�ा क�।
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अरुलमोझी कहती ह, “जब प्रधानमंत्री मदुरई म�
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�लए तैयार ह। और दश क सबसे बड़ े
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ए� क� आधार�शला रखने आए, तो उ��ने मुझ े
e-marketplaces से अ�धक �दशी
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सीधे फोन �कया और मेरी तारीफ क�। इस�लए अब
प्र�त�ध� उ�ाद� को सरलता से उपल� मुझम� और अ�धक हा�सल करने क� इ�ा ह। मेरा
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कराते हुए ‘आ��नभर्र भारत’ क सपन े ल� अपने उ�ाद� का �नमार्ण करना और उ� �
को दृढ़ता प्रदान कर रहा ह। ै पोटल पर बेचना ह।"
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कसे �लख रहा ह GeM भारत म �
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नई कहा�नयाँ? जानने क �लये
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QR code scan कर�।
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