Page 18 - Mann Ki Baat- Speech
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आयुष �ाट-अ� प्रधानमंत्री मोदी अपने मन क� बात क आयुव�द दव� से ऋ�षय� और ऋ�षय� से वै�� तक
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संबोधन म� कहते ह �क “पूरे �व� म� �ा� पहुचा और जन-जन क �ा� लाभ क �लय े
पुरातन �ान से को लकर भारतीय �च�तन क प्र�त रूझान सुचारू रूप से कायर् करता रहा ह।
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बढ़ता जा रहा ह। �फर बात योग क� हो, ‘वसुधैव कट ु�कम्’ क हमारे सहज �स�ांत� क
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आधु�नक�करण क� गंगा आयर्वेद क� हो या पुराने घरेलू नु�े क� हो साथ हमारे पुरातन �ान का उपयोग करने और
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मानव जा�त को एक �� जीवन का लाभ दने क
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भारतीय �च�तन पर दु�नया क� नज़र ह। ै
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�लए भारत त�र ह। इसी�लए वतर्मान मोदी
‘आयु�ान भवः’! �� एवं लबे जीवन क� लोग� क �ा� और पोषण का बाजार
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आयुष इडस्ट्री का बाजार भी लगातार बड़ा सरकार ने रा�ीय और अंतररा�ीय �र पर
कामना दशार्ता ये �ेहा�स� आशीवार्द हमारी
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हो रहा ह। 6 साल पहल आयुव�द से जुड़ी बढ़ता जा रहा ह, साथ ही इसम� काफ� आयुव�द को बढ़ावा दने और उसक प्रचार क �लए
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सं��त क� पहचान ह। हमारी सं��त को
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दवाइय� का बाजार 22 हजार करोड़ रुपये संभावनाए बनती जा रही ह। खासकर वोकल कई प्रेरणादायक प्रयास �कए ह। �
आ�दकाल से आयुव�द एवं योग क रूप म� प्रक�त
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क आसपास का था। आज आयुष फॉर लोकल, यानी अपने यहाँ क तैयार
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से जुड़ाव और �ा� र�ण- संर�ण का वरदान
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मै�ुफ��र�ग इडस्ट्री, एक लाख चालीस प्रोड� और आयुष क �ेत्र म� अपने यहाँ क माननीय प्रधानमंत्री क प्रयास� और
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�मला हुआ ह। �ा� और �� जीवनशैली –
दूरद�श�ता क कारण, हमारी सां��तक
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हजार करोड़ रुपये क आसपास पहुच रही
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इसक� ओर वतर्मान म� जागरूकता बढ़ती जा रही �ाट अप आकषर्ण का �वषय बनते जा रह ह । �वरासत को बढ़ावा �दया गया ह और �व�
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ह, या�न इस �ेत्र म� संभावनाय� लगातार
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ह। ‘वतर्मान एलोपै�थक �च�क�ा प��त क ये भारत क युवा उ��मय� और भारत म� बन रही �र पर �ीकार �कया गया ह। प्रधानमंत्री
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बढ़ रही ह। �ाट-अप व� म� भी आयुष,
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प्रच�लत होने से पहल �कसी रोग या सम�ा क �ारा आयुव�द को �दया गया आव�क
नई संभावनाओं का प्रतीक ह।”
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आकषर्ण का �वषय बनता जा रहा ह। �लये हम �ा �नदान अपनाते थे’? हम अपनाते थ े प्रो�ाहन न कवल दश को नई ऊचाइय�
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पर ल जा रहा ह, ब�� सभी क जीवन को
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अपनी सैकड़�-हजार� वष� से चली आ रही यू�नव�स�टी ऑफ �मनेसोटा क स�टर फॉर
प्रधानमंत्री नरे� मोदी �� भी बना रहा ह। ै
�च�क�ा प��तयाँ। हम अपनाते थे आयुव�द, ���रचुअ�लटी एड ही�ल � ग क अनुसार इस
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( मन क� बात क अपने स�ोधन म� ) मनोज नेश्री
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अ�ांग योग, यूनानी, �स�, हो�मयोपैथी इ�ा�द
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परंपरा को प��मी दु�नया म� �पछल कछ सलाहकार, आयुष मंत्रालय
प्रच�लत प��तयाँ और प्रा� करते थे अपने रोग
साल� म� बहुत लोक�प्रयता प्रा� हुई ह। ै
का �नदान।
प्रधानमंत्री का �� ह दु�नया को ��
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आय्व�द क ज�रए हम अपनी रोग प्र�तरोधक
और बेहतर बनाना और यह योग और
सवर्प्रच�लत एवं �प्रय आयुव�द एक प्राचीन
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आयुव�द क प्रयोग से ही संभव ह। आयुव��दक �मता भी बढ़ा सकते ह। रोग प्र�तरोधक
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�च�क�ा �व�ान ह जो हजार� वष� से भारत म �
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�ाटअ� को अपनाने और बढ़ावा दने क
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प्रच�लत ह। आयुव��दक �च�क�ा को कई हजार �मता क बढ़ने से न कवल कोरोना वायरस
�लए प्रधानमंत्री का आ�ान एक मह�पूणर्
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वषर् पहल ही वेद� और पुराण� म� प्रल�खत �कया जैसी महामारी क दु�भाव से खुद को बचाया
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मोड़ पर ल आया ह। हमारे प्रयास� से हम�
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यक�न ह �क हम आयुव�द को वै��क �र पर गया था। आयुव�द वष� से �वक�सत होता रहा ह और जा सकता ह, ब�� कई अ� तरह क
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ल जा सकगे और दश और दु�नया को �� अब योग स�हत अ� पारंप�रक प्रथाओं क साथ
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घातक वायरस से भी बचाव होता ह।
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बना सकगे। एक�कत ह। आयुव�द क� खोज भारत म� ही हुई थी
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दवे� �त्रगुणा
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और भारतीय उपमहा�ीप म� �ापक रूप स े
प��वभूषण एवं प�श्री
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रा�प�त एवं प्रधानमंत्री क वै� आयुव�द का अ�ास �कया जाता ह - 90 प्र�तशत
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से अ�धक भारतीय, आयुव��दक �च�क�ा क
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�कसी न �कसी रूप का उपयोग करते ह।
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