Page 21 - Mann Ki Baat- Speech
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                                                                                               महा�ा गांधी क �� भारत क सपने को     उ��ने पांच वषर् पहल एक उ�व क बाद लोग� को जल
                                                                                                                      े
                                                                                                                                                 े
                                                                                                                                                           े
                                                                                                        े
                                                                                               श्र�ांज�ल क रूप म� प्रधानमंत्री ने ��ता   �नकाय� म� कड़ा डालते हुए दखा और जल प्रदूषण क
                                                                                                                                            ू
                                                                                                                                                                        े
                                                                                                                                                        े
                                                     ��ता �मशन                                 क �लए इस रा�ीय आंदोलन का मंत्र �दया 'न   हा�नकारक प्रभाव� क कारण उनक मन म� ये �वचार
                                                                                                े
                                                                                                                                                            े
                                                                                                                                                  े
                                                                                                                    े
                                                                                                                �
                                                                                               गंदगी कर�गे, न करने दगे'। ल�कन ये ��   आया और उ��ने ऐसा करने का फसला �कया। वे इस
                                                                                                                                                           ै
                   अप�श� मु� रा�,                                                              अकल पूरा कर पाना शासन क �लये स�व    कायर् म� प्र�त�दन बहुत समय दते ह।
                                                                                                   े
                                                                                                  े
                                                                                                                    े
                                                                                                                                                        े
                                                                                                                                                          �
                                                                                               नह�  था  इसी  �लये  जनसहयोग  ही  था  इस
                                                                                                                                                                े
                                                                                                                                   पा�टल जी नदी म� कड़ा डालने से रोकने क साथ-साथ
                                                                                                                                                 ू
                                                   उ�यन क सावर्ज�नक प्रयास                     अ�भयान  का  आधार।  जन-जन  क�  चेतना
                                                               े
                                                                                                                                    े
                                                                                                                                   दशी वृ�� से नदी क �कनार� पर हरी-भरी बाड़ लगान  े
                                                                                                                                                े
                                                                                               जागी  और  सामने  आये  लाख�  ��ाग्रही,
                                                                                                                                                  े
                                                                                                                                                    �
                                                                                                                                   का  भी  कायर्  कर  रह  ह।  ��ता  क  प्र�त  लोग�  क
                                                                                                                                                             े
                                                                                                                                                                        े
                                                                  ै
               पुरी क राहुल ह� या ना�सक क चंद्र�कशोर,   ��ता  का  अथर्  ह  सफाई  से  रहने  क�  आदत।   �ज��ने गंदगी से पयार्वरण और समाज को
                   े
                                    े
                                                                                                                                                  े
                                                                                                                                   �वहार को बदलने क �लये उ��ने एक अनोखी यु��
                                 ु
               ये  हम  सबको  बहुत  कछ  �सखाते  ह।   सफाई से रहने से जहां शरीर �� रहता ह, वह�   बचाने क �लए अनेक� भगीरथ प्रयास �कए
                                            �
                                                                                  ै
                                                                                                     े
                                                                                                                                                                        े
                                                                                                                                                             े
                                                                                                                                         ै
                                                                                                                                   लगाई  ह।  जब  वह  इस  भल  काम  क  �लए  लोग�  क
                                                                                                                                                       े
               नाग�रक  क  तौर  पर  हम  अपने  कतर्��   ��ता  तन  और  मन  दोन�  क�  खुशी  क  �लए   और इस अ�भयान को �व� का सबसे सफल
                       े
                                                                                 े
                                                                                                                                             े
                                                                                                                                                                     �
                                                                                                                                                 �
                      ं
               को �नभाए, चाह ��ता हो, पोषण हो, या                                                                                  प्र�तरोध को दखते ह, तो वह नदी से पानी भरते ह और
                          े
                                                             ै
                                                    आव�क  ह।  ��ता,  सभी  लोग�  को  अपनी       अ�भयान  बना  �दया।  ऐसे  ��ाग्र�हय�  का
                                                                                                                                                       े
                                                                                                                                                                 �
                                                                                                                                             ू
               �फर टीकाकरण, इन सारे प्रयास� से भी                                                                                  लोग� से एक घंट पानी पीने क �लए कहते ह। जब लोग
                                                    �दनचयार् म� अव� ही शा�मल करना चा�हए।       �जक्र  अ�र  हमारे  प्रधानमंत्री  अपन  े
               �� रहने म� मदद �मलती ह। ै                                                                                           मना कर दते ह, तो वह उ� नदी क गंभीर प्रदूषण स  े
                                                                                                                                           े
                                                                                                                                                       �
                                                                                                                                              �
                                                                                                                                                            े
                                                                                                                             े
                                                                                                                    �
                                                                                               संबोधन�  म�  करते  रहते  ह,  और  उनक
                                                    महा�ा गांधी ने भी कहा था ‘��ता ही सेवा ह।’                                     अवगत कराते ह और इसी प्रकार आगे भी जागरूकता
                                                                                     ै
                                                                                                                                              �
                            प्रधानमंत्री नरे� मोदी
                                                                                               अनुकरणीय  प्रयास�  पर  प्रकाश  डालकर
                                                         े
                                                                      े
                                                                                                                                              �
                                                                                                                                    ै
                 ( मन क� बात क अपने स�ोधन म� )      हमारे दश, हमारे जीवन क �लए ��ता अ�ंत                                           फलाते  रहते  ह।  ��  भारत  बनाने  क�  �दशा  म  �
                             े
                                                                                                       �
                                                                                               �नरंतर उ� प्रो�ा�हत और जनसामा� को
                                                            ै
                                                                              े
                                                    आव�क ह। गंदगी हमारे आसपास क वातावरण
                                                                                                                                   चंद्र�कशोर जी का अथक प्रयास वा�व म� नाग�रक� को
                                                                                               प्रे�रत करते रहते ह। �
                                                                          ै
                                                    और जीवन को प्रभा�वत करती ह। हम� ���गत व
                                                                                                                                                              े
                                                                                                                                   �� भारत क प्र�त जागरूक करने क �लए बहुत ही
                                                                                                                                             े
                                                    आसपास  भी  सफाई  अव�  रखनी  चा�हए  और                                          प्रेरणादायक ह। ै
                                                                                               चंद्र�कशोर पा�टल:
                                                                े
                                                    दूसर� को भी इसक �लए प्रे�रत करना चा�हए।
                                ै
            मुझे  बहुत  खुशी  हो  रही  ह  �क  माननीय
                                                                                               सतत ��ता का
            प्रधानमंत्री  जी  ने  मेरे  प्रयास�  का  स�ान   ��ता  को  अपना  कर  हम  बीमा�रय�  को  भी
                                                                                               सजग नायक
                    े
                       े
            �कया। म� दश क लोग� को बताना चाहता हू  ं  ख� कर सकते ह। ��ता क इस मह� को गत
                                                                �
                                                                        े
                                       े
            �क आपक प्रयास� क� सराहना खुद दश क       2  वष�  क  को�वड  महामारी-काल  म�  भलीभां�त
                                          े
                   े
                                                          े
                                �
            प्रधानमंत्री  भी  कर  सकते  ह।  आपको  बस                                           माचर्  2022  क  मन  क�  बात  संबोधन  म  �
                                                                                                         े
                                                    समझा गया।
            इतना करना ह �क सड़क� पर कड़ा न डाल  �                                                प्रधानमंत्री नरे� मोदी ने �जस ��ाग्रही
                                   ू
                      ै
                                      े
            या न�दय� म� कड़ा या �ा��क न फक और        इसी�लए  प्रधानमंत्री  नरे�  मोदी  ने  समे�कत   क प्रयास� क� सराहना क� ह, वे ह महारा� क
                      ू
                                     �
                                                                                                                             े
                                                                                                े
                                                                                                                  ै
                                                                                                                     �
                                        �
                                   े
            य�द आप �कसी को ऐसा करते दखते ह, तो      ��ता  प्रयास�  क  साथ  2  अ� ूबर  2014  को
                                                                 े
                                                                                               ना�सक  �जल  क  दृढ़  संक��त  पयार्वरण
                                                                                                           े
                                                                                                         े
                    �
            आपको उ� रोकना चा�हए।                    आर� �कया ‘�� भारत �मशन’। �जसने दश म  �
                                                                                  े
                                                                                               कायर्कतार् चंद्र�कशोर पा�टल। चंद्र�कशोर जी
                                                                                     े
                                                    ��ता क� एक क्रां�त ला दी। ��ता एवं उसक
                                                                                                              े
                                                                                                                             े
                                                                                               सजगता और दृढ़ता क साथ गोदावरी नदी क
                             चंद्र�कशोर पा�टल
                                                                           े
                                                    प्र�त �नरंतर बढ़ती जागरूकता ने दश को एक ऐस  े
                                                                                                       े
                                                                                               तट पर खड़ होकर लोग� को नदी म� अप�श�
                                                    प�रवेश  म�  ढाल  �दया  �जससे  ��ता  हमारे
                                                                                                       े
                                                                                               न  डालने  क  �लये  प्रो�ा�हत  करते  ह  और
                                                                                                                          �
                                                                                 े
                                                    नैस�ग�क  �भाव  म�  अ�धक  सहयु�ता  क  एक
                                                                                               प्रदू�षत करने से रोकते ह। �
                                                    जन आंदोलन म� बदल गई ह। ै
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